फिरोजाबाद में पंचायत अधिकारियों की बैठक:अधिकारियों पर दबाव बनाने और तानाशाह रवैये का आरोप, कार्य बहिष्कार-धरने की चेतावनी

फिरोजाबाद में ग्राम विकास अधिकारी, सहायक ग्राम पंचायत अधिकारी और समन्वय समिति की बैठक बुधवार को जिला सभागार में हुई। इसमें अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव बनाने और तानाशाही रवैये का आरोप लगाया गया। बैठक की अध्यक्षता प्राविधिक एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र यादव पल्लोप ने की। बैठक में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही व्यावहारिक कठिनाइयों और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बनाए जा रहे अनावश्यक दबाव पर विस्तार से चर्चा की गई। ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अमरदीप सिंह ने बताया कि गौशालाओं के संचालन की जिम्मेदारी पंचायत विभाग पर है, लेकिन अन्य विभागों से अपेक्षित समन्वय और सहयोग नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि योजनाओं की जवाबदेही केवल सचिवों पर थोपी जाती है, जबकि अन्य विभागों के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचते हैं। अमरदीप सिंह ने प्रभारी डीपीआरओ/एडीएम नमामि गंगे और कुछ एडीओ पंचायत अधिकारियों पर तानाशाही रवैया अपनाने और पंचायत सचिवों के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया। एसएलडब्ल्यूएम के पूर्ववर्ती कार्यों में अनियमितताओं पर भी चिंता व्यक्त की गई। प्रदीप सिंह ने कहा कि फार्मर रजिस्ट्रेशन, सर्वे और एग्रीस्टार जैसे अन्य विभागों के कार्यों का बोझ भी पंचायत सचिवों पर डाला जा रहा है, जिससे उन्हें अनावश्यक परेशानी हो रही है। महामंत्री आदित्य मिश्रा ने कई पंचायत सचिवों का वेतन बिना कारण रोके जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ऑडिटर भ्रष्टाचार कर अभिलेखों में अनियमितता की बात कह रहे हैं और ऐसे ऑडिटरों पर कार्रवाई की मांग की। महिला पंचायत सचिवों की सुरक्षा और सम्मान पर भी चर्चा हुई। पदाधिकारियों ने रात में पंचायत सचिवालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कराने और अवकाश के दिनों में बैठकें बुलाने को अनुचित बताया। बैठक के अंत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि अधिकारियों ने पंचायत सचिवों की समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किया, तो जनपद के सभी पंचायत सचिव अपने कार्यों का बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन करेंगे।

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