नृपेंद्र मिश्र की मौजूदगी म रामंदिर के ध्वजारोहण का ट्रायल:21 फीट का ध्वज स्थापित होने के आसार, इसका रंग-रूप और चिह्न वाल्मीकि रामायण के अनुसार

अयोध्या के भव्य श्रीराममंदिर के शिखर पर जल्द ही 21 फीट ऊंची धर्म ध्वजा लहराएगी। मंगलवार को राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की मौजूदगी में ध्वज फहराने की तकनीकी प्रक्रिया का ट्रायल किया गया। इंजीनियरों की टीम ने ध्वज स्तंभ की मजबूती, वायु दाब सहनशीलता और बियरिंग सिस्टम की जांच की। ट्रायल के दौरान राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे। ट्रस्ट सूत्रों को ओर से बताया गया कि ध्वज को लंबाई 21 फीट फाइनल कर दी गई है, जबकि ध्वज का रंग-रूप और चिह्न वाल्मीकि रामायण के अनुसार हो होंगे। इस पर लगभग सहमति बन गई है। पीएम मोदी शामिल होंगे माना जा रहा है कि यह ध्वज राम मंदिर पहुंचने के 3 किलोमीटर दूर से भक्तों दिखाई पड़ेगा और उनको आनंदित करेगा। 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। इनके आगमन के मद्देनजर तैयारियां शुरू हो गई हैं। ट्रायल के दौरान विशेषज्ञों ने 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की अनुमानित हवा की गति में ध्वजा के संतुलन और झुकाव कोण का आकलन किया। शिखर पर स्थापित होने वाले ध्वज को इस प्रकार डिजाइन किया जा रहा है कि यह धूप, वर्षा और तेज हवाओं में भी दीर्घकाल तक सहन कर सके। ध्वजा को 360 डिग्री रोटेशन सिस्टम से जोड़ा जाएगा नृपेंद्र मिश्र ने इंजीनियरिंग टीम से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करते हुए कहा कि यह केवल एक धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि भारतीय तकनीकी कौशल और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत संगम है। उन्होंने बताया कि ध्वजा फहराने से पहले 25 नवंबर को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विशेष पूजन विधि से अभिषिक्त किया जाएगा। ट्रायल में लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और ट्रस्ट की तकनीकी टीम के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इंजीनियरों ने बताया कि ध्वजा को 360 डिग्री रोटेशन सिस्टम से जोड़ा जाएगा, जिससे यह हवा की दिशा के अनुरूप स्वतः घूमती रहेगी और कपड़ा फटने की संभावना न्यूनतम होगी। राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि पिछले तीन दिनों से लगातार ध्वज का ट्रायल किया जा रहा है। नृपेंद्र मिश्र ने भी मंगलवार को ट्रायल देखा है। ध्वज के आकार-प्रकार व रंग पर मंथन किया जा रहा है। नृपेंद्र ने किया निर्माण कार्यों का निरीक्षण, परिसर में पड़े मलबों को हटाने का निर्देश राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने ट्रायल से पहले मंदिर निर्माण के लिए चल रहे कार्यों को देखा। उन्होंने परकोटा की प्रगति जानी। परकोटा की दीवारों में उकेरे जा रहे प्रसंग की प्रगति भी जानी। परकोटा का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। उन्होंने ध्वजारोहण समारोह से पहले परिसर में पड़े मलबों को हटाने का निर्देश दिया है। साथ ही परिसर में विकसित की जा रही हरियाली के काम को भी देखा। 10 एकड़ में हरियाली विकसित की जा रही है।

Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/1jnmYDz