‘विकसित भारत के लिए कंधे से कंधा मिलाना होगा’:आजमगढ़ के महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय में राज्यपाल ने 68 मेधावियों को दिए गोल्ड मेडल
आजमगढ़ जिले के महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह आज आयोजित किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद सरस्वती को बनाया गया था हालांकि स्वास्थ्य कारणों के कारण वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। इसके साथ ही कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी शामिल नहीं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के 68 मेधावियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि सभी बच्चे मेहनत परिश्रम करें उसका परिणाम आज सामने है हमारी किताबों में काफी कुछ ज्ञान का भंडार भरा है। जिसमें से यदि एक प्रतिशत भी हम पढ़ते हैं तो हमारा कल्याण हो जाएगा। पुराने जमाने में ऋषियों मुनियों ने रिसर्च किया और जंगलों में रहते थे आज हमारे पास बहुत सी सुविधाएं हैं पहले कोई सुविधा नहीं थी। आज हम सभी को सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विकसित भारत के लिए कंधे से कंधा मिलाना होगा। आजमगढ़ की भूमि को बताया पवित्र भूमि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आजमगढ़ की भूमि को पवित्र भूमि बताते हुए कहा कि इस भूमि की जांच होनी चाहिए। इसमें ऐसा क्या है जिस कारण यहां बहुत ऋषि और मनीषी हुए हैं। यह भी गौरव की बात है इस तपोभूमि को मैं नमन करती हूं। हमें इस पवित्र भूमि को अपवित्र करने का अधिकार नहीं है। संस्कृत साहित्य परंपरा का निर्वहन भी इस मिट्टी ने किया है यही कारण है कि यहां के अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध राहुल सांकृत्यायन और कैफ़ी आजमी ने लेखन के क्षेत्र में काफी आगे पहुंचा है। सेवा ही जीवन है इस भावना से हम सभी को कम करना होगा। लगातार आगे बढ़ रही है बेटियां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिन 68 गोल्ड मेडल से छात्र और छात्राओं को सम्मानित किया उनमें से 51 मेडल छात्राओं को मिले जबकि छात्रों को मात्र 17 मेडल ही मिले। राज्यपाल ने कहा कि जिस तरह से बेटियां आगे बढ़ रही है आने वाले 10 वर्ष के बाद शायद यूनिवर्सिटी केंपस छात्रों के लिए बन जाएगा। हमें देश के लिए काम करना है। व्यवस्थाएं चेक करता है स्टाफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जहां भी दीक्षांत समारोह में शामिल होने जाती हूं हमारे साथ जो स्टाफ आता है। वह विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं को चेक करता है छात्र-छात्राओं को किसी तरह की जिससे समस्या ना हो। विश्वविद्यालय प्रशासन को नसीहत देते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय के स्टाफ को कैंपस में बाहर का खाना और ड्रग्स के साथ-साथ शराब आने पर पूरी तरह से पाबंदी करनी चाहिए। रिसर्च के लिए नहीं है हमारे पास समय राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 3 दिन पूर्व राजधानी लखनऊ की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि तीन दिन पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिलने आए थे। उसे समय इस बात की चर्चा हुई की कोई भी प्रोजेक्ट मेरे पास नहीं आता ना ही कोई पैसे मांगने आता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आप लोग रिसर्च के लिए पैसे मांगे हम रिसर्च में पीछे हैं। रिसर्च के लिए जितने पैसे चाहिए सरकार मदद को तैयार हैं। पर हमारे पास रिसर्च के लिए समय नहीं है। 68 गोल्ड मेडल में 51 छात्राओं को मिला मेडल दीक्षांत समारोह की तैयारियां लगभग पूरी, 68 गोल्ड मेडल पदक और 40 छात्र उपाधि से नवाजे गए। विश्वविद्यालय में कुल 68 गोल्ड मेडल पदक जिसमें 17 छात्र और 51 छात्राएं शामिल रहीं। जहां तक उपाधि का प्रश्न है उन पदकों की संख्या 40 है जिसमें 29 बेटे तथा 11 बेटियां शामिल रहेगी। उसमें से चांसलर मेडल 14 लड़कियां और तीन लड़के शामिल है। वही 37 बेटियों को तथा 14 बेटे वाइस चांसलर मेडल, से नवाजा गया। 12 विद्यार्थी ऐसे हैं। जिनको डबल मेडल मिका। दीक्षांत समारोह में 61456 बच्चों को डिग्री दी गई।
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