तौकीर पर बढ़ा शिकंजा: सभी मुकदमों में बी वारंट जारी:जल्द कोर्ट में पेशी संभव, फतेहगढ़ जेल में बंद तौकीर रज़ा पर दंगे और भड़काऊ भाषण का आरोप

बरेली में मौलाना तौकीर रज़ा के खिलाफ कानूनी शिकंजा और कस गया है। पुलिस ने तौकीर रज़ा के खिलाफ दर्ज सभी 10 मुकदमों में कोर्ट से बी वारंट जारी करा लिया है। इसके बाद अब तौकीर रज़ा को जल्द ही अदालत में पेश किया जा सकता है। फिलहाल तौकीर फतेहगढ़ जेल में बंद हैं, जहां उन्हें कोतवाली में दर्ज एक दंगा मामले में अरेस्ट कर भेजा गया था। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस अब तौकीर की रिमांड के लिए तैयारी कर रही है ताकि बाकी मामलों की जांच आगे बढ़ाई जा सके। तौकीर रज़ा पर बरेली में हिंसा भड़काने, धार्मिक उकसावे और भीड़ जुटाने के गंभीर आरोप हैं। कोतवाली में दर्ज हुए थे पांच मुकदमे, बाकी मामलों की जांच जारी बरेली कोतवाली में तौकीर रज़ा के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि इनमें से एक मामले में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। बाकी मामलों में अब बी वारंट जारी होने के बाद पुलिस तौकीर को कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी। अधिकारियों के मुताबिक, हर केस में उनकी भूमिका अलग-अलग तरीके से सामने आई है। सीएए-एनआरसी विरोध में भी था नाम साल 2019 में केंद्र सरकार के सीएए-एनआरसी कानून का विरोध करते हुए तौकीर रज़ा ने इस्लामिया ग्राउंड में विशाल प्रदर्शन कराया था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, उस वक्त उनके बुलावे पर करीब 50 हजार लोग जुटे थे। उस प्रदर्शन में भीड़ ने प्रशासनिक रोक के बावजूद रैली निकाली थी, जिसके चलते तौकीर पर पहले से ही कई केस दर्ज हैं। इंस्पेक्टर की तहरीर पर दर्ज हुआ बड़ा मुकदमा थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार पांडेय ने इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 25 सितंबर 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद लोगों को इस्लामिया ग्राउंड पहुंचने का आह्वान किया है। सूचना थी कि बाहर के कुछ संदिग्ध और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को भी बुलाया गया है। इस आह्वान से सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें नोटिस देकर प्रदर्शन रोकने की चेतावनी दी थी। तौकीर ने आश्वासन दिया था कि कोई धरना-प्रदर्शन नहीं होगा, लेकिन अगले दिन हालात उलट गए। नमाज के बाद सड़कों पर उतरी भीड़, पुलिस पर हमले एफआईआर के मुताबिक, जुमे की नमाज के बाद कई सौ लोगों की भीड़ तौकीर रज़ा और आईएमसी पार्षद नदीम खां के समर्थन में नारे लगाते हुए बाहर निकली। भीड़ ने इस्लामिया कॉलेज की ओर मार्च करना शुरू किया और रास्ते में पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ उग्र हो गई। रिपोर्ट में कहा गया कि भीड़ ने “सर तन से जुदा” और सरकार विरोधी नारे लगाए। पुलिस पर ईंट-पत्थर, कांच की बोतलें और पेट्रोल बम फेंके गए। दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस की सरकारी गाड़ियां, मोटरसाइकिल और जीआईसी ऑडिटोरियम की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने टीयर गैस शेल दागे और लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। रिपोर्ट के अनुसार, भीड़ ने छतों से भी फायरिंग की। मौके से 7 उपद्रवी गिरफ्तार किए गए और घटनास्थल से तमंचा, कारतूस, चाकू, लाठी-डंडे और पेट्रोल बम जैसे सामान बरामद किए गए। घटना के बाद पूरे शहर में दहशत, सैकड़ों की पहचान एफआईआर में 22 प्रमुख आरोपियों के नाम दर्ज हैं, जबकि करीब 1700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने घटना के दौरान विडियोग्राफी कराई, जिससे भीड़ में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। मौलाना तौकीर रज़ा पर संगीन धाराओं में केस दर्ज एफआईआर में तौकीर रज़ा समेत आईएमसी नेताओं पर बीएनएसएस की धारा 109(1)(2), 118(2), 121(1), 189(5), 191(2)(3), 195(1), 196(1)(2), 223, 310(2), 324(5)(6), 61(2), 62 सहित लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और CLA एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। फेसबुक से फैलाया गया वीडियो, अब जांच साइबर सेल के पास पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मौलाना तौकीर रज़ा ने 25 सितंबर को वीडियो जारी कर लोगों से 26 सितंबर को नौमहला पर इकट्ठा होने का आह्वान किया था। यह वीडियो आईएमसी के फेसबुक पेज से प्रसारित हुआ, जिसे अब साइबर सेल ने जांच के लिए लिया है। पुलिस की अगली रणनीति: रिमांड पर पूछताछ की तैयारी एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि सभी 10 मामलों में बी वारंट जारी हो चुके हैं। अब अगला कदम तौकीर रज़ा को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल करना होगा ताकि दंगे की साजिश और फंडिंग की कड़ी जांच की जा सके।
उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना में जो भी लोग उकसाने, भीड़ जुटाने और फाइनेंसिंग में शामिल रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल फतेहगढ़ जेल में, लेकिन दबाव बढ़ता जा रहा तौकीर रज़ा पर सीएए-एनआरसी से लेकर बरेली हिंसा तक, कई गंभीर केस दर्ज हैं। फतेहगढ़ जेल में बंद तौकीर अब एक-एक केस में कोर्ट के सामने पेश किए जाएंगे। पुलिस का कहना है कि मौलाना का हर केस अलग एंगल से जांच में है।

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