जबलपुर: दुर्गा प्रतिमा जुलूस में महिलाओं से छेड़खानी, विरोध करने पर युवक की बेरहमी से हत्या
संस्कारधानी जबलपुर में मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान महिलाओं से छेड़खानी का विरोध करने पर एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई. यह सनसनीखेज वारदात माढ़ोताल थाना क्षेत्र के आकाश विहार इलाके में हुई, जहां दुर्गा प्रतिमा का जुलूस निकाला जा रहा था. बताया जा रहा है कि कुछ बदमाश महिलाओं के साथ अभद्रता कर रहे थे. जब करमेता निवासी ईश्वर बंशकार ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उस पर तलवार, बांका, कुल्हाड़ी और लोहे की पाइप से हमला कर दिया. गंभीर चोट लगने से ईश्वर की मौके पर ही मौत हो गई.
वारदात के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद लोगों ने घायल युवक को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही माढ़ोताल थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया और उनकी तलाश शुरू कर दी.
बदमाशों का आतंक लगातार बढ़ रहा
घटना से आक्रोशित मृतक के परिजन और स्थानीय लोग शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इलाके में बदमाशों का आतंक लगातार बढ़ रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की. प्रदर्शनकारियों में शामिल मनोज गोंटिया और प्रवीण चौधरी ने कहा कि निर्दोष युवक ने सिर्फ महिलाओं की इज्जत बचाने की कोशिश की थी, लेकिन अपराधियों ने उसे बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया.
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
स्थिति को संभालने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा. सीएसपी बी.एस. गौठरिया ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा की और आश्वासन दिया कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
इस दर्दनाक घटना से शहर में शोक और आक्रोश का माहौल है. स्थानीय लोगों का कहना है कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होना ऐसी वारदातों की बड़ी वजह है. लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
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