महर्षि वाल्मीकि जयंती पर गोमती तट पर भव्य आरती:मनकामेश्वर महंत देव्यागिरी के सानिध्य में हुआ आयोजन

लखनऊ में महर्षि वाल्मीकि जयंती और पूर्णमा के अवसर पर डालीगंज स्थित उपवन घाट पर मां गोमती की भव्य आरती का आयोजन किया गया। यह आरती ‘लखनऊ नमोस्तुते मां गोमती’ के तत्वावधान में श्रीमनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरी जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुई। कार्यक्रम की शुरुआत महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। इस दौरान उनकी रचित रामायण की वर्तमान जीवन में प्रासंगिकता पर भी चर्चा की गई। साध्वी गौरजा गिरी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 11 वेदियों पर आरती संपन्न कराई। आरती से पहले घाट को दीपमालाओं और रंगोली से सजाया गया, जिससे पूरा उपवन घाट दीपों की जगमगाहट से आलोकित हो उठा। मंदिर की मुख्य सेवादार उपमा पांडेय सहित कई सेवादारों ने इस आयोजन में सहयोग किया। महर्षि वाल्मीकि जी जयंती नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक इस अवसर पर महंत देव्यागिरी ने बताया कि मां गोमती की आरती का आयोजन वर्षों से निरंतर हो रहा है। यह विशेष आरती हमेशा किसी पर्व या जयंती के अवसर पर ही की जाती है। उन्होंने कहा कि शरद पूर्णिमा के अगले दिन महर्षि वाल्मीकि जयंती का यह आयोजन विशेष महत्व रखता है। महंत देव्यागिरी ने महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि यदि युवा उनके आदर्शों पर चलें, तो समाज में धर्म, नैतिकता और सदाचार की स्थापना संभव है।महंत देव्यागिरी जी ने आगे जानकारी दी कि कार्तिक मास का शुभारंभ हो चुका है, जिसे स्नान और दान का अत्यंत पुण्य महीना माना जाता है। उन्होंने बताया कि आगामी 5 नवंबर को मनकामेश्वर उपवन घाट पर भव्य देव दीपावली का आयोजन किया जाएगा। भक्त 5 नवंबर की देव दीपावली में दीपदान करें यह पर्व भगवान शिव और देवताओं को समर्पित है, जिसमें विशेष आरती और दीपदान कार्यक्रम होंगे। उन्होंने लखनऊवासियों से अपील की कि सभी भक्त 5 नवंबर की देव दीपावली में सम्मिलित होकर दीपदान करें। इसके साथही 3 और 4 नवंबर को छोटी बच्चियों के लिए रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, ताकि पर्व को और अधिक उत्साहपूर्वक मनाया जा सके।

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