बोलेरो नहर में पलटी, एक तस्कर की मौत:गोवंश से भरी गाड़ी लेकर बिहार की तरफ जा रहे थे, साथी फरार

चंदौली जिले के शहाबगंज थाना क्षेत्र के तियरा गांव के पास मंगलवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक तेज रफ्तार बोलेरो पिकअप अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बोलेरो में अवैध रूप से गोवंश लदे हुए थे। हादसे में एक तस्कर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी मौका पाकर भाग निकला। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और नहर में पलटी बोलेरो को बाहर निकलवाने की कार्रवाई शुरू कराई। स्थानीय लोगों के अनुसार, गौवंश लोड करके बिहार राज्य की तरफ जाने वाली बोलेरो अत्यधिक रफ्तार में थी। लेकिन तियरा गांव के मोड़ पर चालक का नियंत्रण बिगड़ गया और गाड़ी सीधे नहर में जा पलटी। जिससे वाहन में फंसे गोवंश में कई की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं वाहन में बैठे एक तस्कर की मौत हो गई। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मृतक तस्कर के शव को कब्जे में लिया हैं। वहीं, फरार तस्कर की तलाश शुरू कर दी गई है। हादसे से इलाके में सनसनी फैल गई है। चकिया सीओ रघुराज ने बताया कि वाहन को नहर से निकालने का प्रयास किया जा रहा हैं। मृतक की पहचान कराने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। फरार हुए तस्कर को चिन्हित करने का प्रयास चल रहा हैं। जल्द ही इस मामले में पुलिस की तरफ से पक्ष रखा जाएगा। तियरा गांव के सुरेंद्र कुमार ने बताया कि कई गाय लादकर एक बोलेरो गुजर रही थी। इस बीच नहर के किनारे में अचानक बोलेरो अनियंत्रित हो गई और गहरे पानी में गिर गई। गांव के लोग मौके पर पहुंचे तो देखे कि बोलेरो में गाय लदी थी। एक तस्कर की पानी में डूबने से मौत हो गई और दूसरा मौका पाकर भाग निकला। बताया कि बोलेरो शहाबगंज की तरफ से बार्डर की तरफ जाने वाली थी। चंदौली के शहाबगंज थाना क्षेत्र के तियरा गांव के पास नहर में पलटी बोलेरो में मिले शव की पहचान हो गई है। पुलिस ने जब वाहन को नहर से बाहर निकलवाया, तो मृतक की पहचान अलीनगर थाना क्षेत्र के लौंदा मोहम्मदपुर गांव निवासी गोलू यादव के रूप में हुई। पुलिस जांच में पता चला कि करीब 20 वर्ष पहले गोलू के पिता संतोष यादव की मुठभेड़ में मौत हो गई थी। संतोष यादव पर लूट, चोरी और गौवंश तस्करी जैसे कई गंभीर मामले दर्ज थे। जानकारी के अनुसार, जब संतोष यादव का एनकाउंटर हुआ था। उस समय गोलू की उम्र मात्र छह वर्ष थी। पिता की मृत्यु के बाद उसकी परवरिश चाचा ने की। लेकिन बड़ा होने के बाद गोलू भी अपने पिता के ही रास्ते पर चल पड़ा और गौवंश तस्करी में शामिल हो गया। पुलिस का कहना है कि बोलेरो नहर में कैसे गिरी और घटना के समय उसमें और कोई व्यक्ति मौजूद था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

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