ड्रग इंस्पेक्टर ने की मेडिकल स्टोर पर छापेमारी:खांसी की दवाओं की बिक्री की जांच, सैंपल जांच को भेजे गए
उन्नाव में ड्रग इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने शहर के विभिन्न मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कफ सिरप (खांसी की दवाओं) की बिक्री और भंडारण की जांच के लिए की गई। हाल ही में नशे के रूप में कफ सिरप के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने यह अभियान शुरू किया है। ड्रग इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि छापेमारी का मुख्य उद्देश्य मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध कफ सिरप की वैधता, स्टॉक रजिस्टर और लाइसेंस की जांच करना था। अभियान के दौरान अस्पताल रोड स्थित कई मेडिकल स्टोरों की गहनता से जांच की गई। टीम ने कुछ दुकानों से संदिग्ध दवाओं के नमूने भी एकत्र किए, जिन्हें प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा जाएगा। अशोक कुमार के अनुसार, जांच में पाया गया कि कई मेडिकल स्टोरों पर कफ सिरप की दवाओं का अवैध रूप से अधिक मात्रा में भंडारण किया जा रहा था। कुछ दुकानों में बिना बिल के दवाएं बेची जा रही थीं। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे मामलों में ड्रग लाइसेंस निलंबित या निरस्त किया जा सकता है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी के दौरान कई मेडिकल स्टोर संचालक अचानक हुई इस कार्रवाई से असहज दिखे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्टोरों पर मौजूद बिलिंग रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर और खरीद रसीदों की भी बारीकी से जांच की। जिन दुकानों पर अनियमितताएं पाई गईं, वहां से संबंधित अभिलेख जब्त कर लिए गए। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि यह अभियान जिले भर में आगे भी जारी रहेगा। सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे केवल मान्यता प्राप्त कंपनियों की दवाएं ही निर्धारित मूल्य पर बेचें और किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि में शामिल न हों। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए कफ सिरप, नींद की गोलियां और अन्य प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर कड़ी निगरानी रख रहा है। यदि किसी भी मेडिकल स्टोर पर अवैध दवाओं की बिक्री पाई जाती है, तो संबंधित संचालक के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाएगी।
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/di04nA1
Leave a Reply