Ghazipur: इंसानियत की मिसाल! विधवा मूक बधिर भाभी से देवर ने की शादी, 3 साल की भतीजी को भी अपनाया
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से मानवता की अनोखी मिसाल सामने आई है. यहां रणजीत कुशवाहा नामक एक युवक ने सामाजिक रूढ़ियों को तोड़ते हुए अपनी मूक-बधिर विधवा भाभी, अनीता कुशवाहा से विवाह किया. दो साल पहले भाई के निधन के बाद रणजीत ने न केवल अपनी भाभी को सहारा दिया, बल्कि उनकी तीन वर्षीय मासूम बेटी को भी पिता का प्यार और सुरक्षित भविष्य देने का संकल्प लिया. इस शादी की खबर सुनते ही समाज सेवियों के साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से जुड़े लोग मौके पर पहुंचे और वर वधु को आशीर्वाद दिया. बता दे कि दिव्यांगों को सहारा या फिर उनसे शादी कर परिवार बसाने वालो को भी सरकार भी प्रोत्साहित करने का काम कर रही है.
मामला जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र के झींगुरपट्टी का है. यहां के रहने वाले रणजीत कुशवाहा ने अपनी मुख बधिर विधवा भाभी से आज शादी रचाया है. बता दे की करीब 2 साल पहले रंजीत के भाई रितेश कुमार कुशवाहा की मृत्यु हो गई. रितेश अपने पीछे मूक-बधिर पत्नी अनीता कुशवाहा और एक तीन वर्ष की मासूम बच्ची को रोते बिलखते छोड़ गया था.समाज के तमाम लोगों ने रणजीत कुशवाहा पर दबाव डाला और काफी समझाया कि तुम्हारे भाई की मृत्यु के बाद तुम्हारी मूक-बधिर भाभी अब कहां जाएगी? वह कैसे अपना जीवन यापन करेगी? लेकिन वह कुछ भी समझने को तैयार नहीं था.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने की मदद
इसके बाद यह मामला लड़की के भाई के द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के साथ ही कुछ समाजसेवियों तक पहुंचाया गया. उनके निवेदन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विजय कुमार की पहल पर सदर पीएलबी राकेश जयसवाल को इस शादी को कराने की जिम्मेदारी दी गई. राकेश जायसवाल ने खुद और अपने कुछ साथियों की मदद से लगातार रणजीत कुशवाहा और उसके परिवार के लोगों को शादी को लेकर काउंसलिंग किया. साथ ही समाजसेवियों ने भी काफी समझाने बुझाने के बाद रंणजीत कुशवाहा ने अपनी मुक बधिर भाभी से शादी करने का फैसला लिया.
शादी में सामिल हुए कई समाजसेवी
आज समाजसेवियों और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलबी के मेहनत की बदौलत युवक रणजीत कुशवाहा पुत्र राधेश्याम ने अपनी मुक बधिर भाभी अनिता कुशवाहा से शहर के प्रतिष्ठित साई मंदिर में समाज के प्रतिष्ठित लोगों की उपस्थिति में हिंदू परंपरा के अनुसार विवाह कर लिया.
रणजीत कुशवाहा के इस निर्णय की तमाम लोगों ने भूरी भूरी प्रशंसा किया और दोनों को लंबे व सुखद दंपत्य जीवन का आशीर्वाद प्रदान किया. दोनों की शादी में समाजसेवी और समर्पण संस्था की संरक्षिका सुश्री सविता सिंह और राकेश जयसवाल के साथ अधीक्षक रामचल मौर्य, राजकीय प्लेस ऑफ सेफ्टी व संप्रेक्षण गृह किशोर गाज़ीपुर की विशेष भूमिका रही.
सरकार भी करती है प्रोत्साहित
वहीं इस तरह की शादी करने के लिए शासन भी लगातार प्रोत्साहित करती रहती है. और इसके लिए कई तरह की योजना भी चलाई जा रही है जिसको लेकर महिला कल्याण विभाग के अधिकारी संजय सोनी ने बताया कि उनके विभाग के तरफ से विधवा महिला से शादी करने पर ₹11000 का दंपति पुरस्कार योजना भी दिया जाता है. इसके लिए दंपति की उम्र 35 साल से कम और गरीबी रेखा के नीचे होना चाहिए.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने क्या कहा?
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलबी राकेश जायसवाल ने बताया कि आज उन लोगों की मेहनत रंग लाई है. 2 सालों के बाद एक विधवा महिला के साथ ही उसकी 3 साल की बेटी को आसरा मिला है. जो काबिले तारीफ है साथ ही उन्होंने बताया कि आज शादी कर लड़की विदा होकर अपने ससुराल गई है. वहीं अब इस शादी को लेकर आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया जाएगा. जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारी और अन्य समाजसेवी भी शामिल होकर वर वधु को नवजीवन के लिए आशीर्वाद देंगे.
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