ट्रोलिंग छोड़िए, समझने की कोशिश कीजिए! टीम इंडिया में इसलिए बार-बार चुना जा रहा ये खिलाड़ी

ट्रोलिंग छोड़िए, समझने की कोशिश कीजिए! टीम इंडिया में इसलिए बार-बार चुना जा रहा ये खिलाड़ी

ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया के ऐलान के बाद से ही सारी चर्चा विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल को लेकर ही हुई है. वनडे और टी20 सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने वाली टीम में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है, जहां रोहित की जगह शुभमन को वनडे टीम का कप्तान बनाया गया है. मगर इनके अलावा एक और खिलाड़ी के नाम की चर्चा हुई है, जो सोशल मीडिया पर ज्यादा है. चर्चा से ज्यादा ट्रोलिंग और नफरत भरे कमेंट्स हैं. ये खिलाड़ी हैं तेज गेंदबाज हर्षित राणा, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया है और कई लोगों को ये बात रास नहीं आ रही है.

चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने जब 4 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे और टी20 स्क्वॉड का ऐलान किया तो उसमें गिल समेत 7 ऐसे खिलाड़ी थे, जो दोनों स्क्वॉड का हिस्सा हैं. हर्षित राणा भी इनमें से एक हैं लेकिन जहां अन्य 6 के सेलेक्शन पर किसी तरह के सवाल नहीं उठ रहे, वहीं राणा हर किसी के निशाने पर हैं. दिल्ली से आने वाले 23 साल के इस तेज गेंदबाज को ‘फेवरेटिज्म’ की वजह से चुनने के आरोप लग रहे हैं.

टीम इंडिया में फिलहाल कोई ऐसा सीनियर या दबदबे वाला खिलाड़ी नहीं है, जिसके साथ हर्षित राणा ने बहुत ज्यादा क्रिकेट खेला है. मगर टीम के प्रभावशाली हेड कोच गौतम गंभीर ने जरूर इस युवा खिलाड़ी के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स में एक सीजन बिताया, जहां गंभीर के मेंटॉर बनते ही कोलकाता ने IPL 2024 का खिताब जीता था और उसमें राणा ने खास भूमिका निभाई थी. इसके बाद ही गंभीर टीम इंडिया के कोच बने थे और उसके कुछ ही महीनों बाद हर्षित ने तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू किया.

राणा ने नवंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू किया. फिर जनवरी 2025 में अपना टी20 डेब्यू किया और उसके एक हफ्ते बाद ही वनडे फॉर्मेट में भी डेब्यू किया. इन सभी में हर्षित का प्रदर्शन ठीक-ठाक ही रहा. यहां तक कि उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में भी मोहम्मद सिराज की जगह चुना गया और पाकिस्तान के खिलाफ हाई-वोल्टेज मैच भी खेलने को मिला, जिसमें उन्होंने सिर्फ 30 रन देकर 1 विकेट भी लिया.

वहीं हाल ही में एशिया कप 2025 में भी वो स्क्वॉड का हिस्सा थे लेकिन दोनों मैच में उनका प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा. कुल मिलाकर अभी तक हर्षित ने 2 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्हें सिर्फ 4 विकेट मिले हैं. वहीं 3 टी20 में 10 की खराब इकॉनमी के साथ 5 विकेट लिए हैं. मगर 5 वनडे मैच में उन्होंने 20 की औसत और 6 से कम की इकॉनमी के साथ 10 विकेट लिए हैं.

ऐसे में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर फिर से उन्हें चुने जाने पर सवाल उठ रहे हैं. गौतम गंभीर पर आरोप लग रहे हैं कि KKR के प्रति अपने लगाव के कारण ही वो हर्षित को बार-बार मौके दे रहे हैं. यहां तक कि कृष्णामचारी श्रीकांत जैसे पूर्व भारतीय कप्तान ने तो तंज कसते हुए यह भी कह दिया कि गिल के बाद अगर प्लेइंग-11 में किसी की जगह पक्की है तो वो हर्षित राणा ही हैं और इसकी वजह हेड कोच गंभीर ही हैं.

मगर क्या ये सारे आरोप सही हैं? क्या हर्षित की ट्रोलिंग सही है? क्या वाकई वो अपनी काबिलियत के बजाए गंभीर की बदौलत ही टीम में आ रहे हैं? इस बात में कुछ सच्चाई जरूर है कि हर्षित की टीम इंडिया में लगातार एंट्री में गंभीर का प्रभाव काफी हद तक है. मगर ये पूरा सच नहीं है, क्योंकि हर्षित का सेलेक्शन में एक खास लक्ष्य भी नजर आता है. हर्षित के इंटरनेशनल करियर की शुरुआत अभी तक अच्छी नहीं रही है लेकिन क्रिकेट में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है.

हर्षित के पक्ष में जो सबसे अहम बात की जाती है कि वो गेंदबाजी के साथ ही निचले क्रम में बल्ले से भी अपना योगदान दे सकते हैं जो किसी भी टूर्नामेंट में अहम साबित हो सकता है. मगर हर्षित के पक्ष में जो बात सबसे अहम है वो उनका लंबा कद, तेज रफ्तार और बाउंस हासिल करने की काबिलियत है. मगर ये सब किसी बाइलेटरल वनडे सीरीज के लिए नहीं किया जा रहा, बल्कि नजरें 2 साल बाद होने वाले वनडे वर्ल्ड कप पर हैं.

वर्ल्ड कप 2027 का आयोजन साउथ अफ्रीका में होना है और साउथ अफ्रीका की पिच पर अक्सर लंबे कद के तेज गेंदबाज सफल होते रहे हैं. साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसी टीमों के पास ऐसे गेंदबाजों की कमी नहीं है लेकिन टीम इंडिया इस मोर्चे पर पिछड़ी नजर आती है. यही कारण है कि हर्षित राणा को अभी से तैयार किया जा रहा है, ताकि वो उस वर्ल्ड कप में अहम साबित हो सकें. सिर्फ हर्षित ही नहीं, बल्कि इसी उम्मीद और लक्ष्य के साथ ही प्रसिद्ध कृष्णा की भी वनडे टीम में फिर से वापसी हो रही है.

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