गांव वालों ने खुद बुलडोजर मंगवाकर मस्जिद पर चलवाया:हाईकोर्ट से खारिज हो गई थी याचिका, संभल में गौसुलवरा मस्जिद का विवाद

संभल में तालाब पर बनी अवैध मस्जिद को मुस्लिम समुदाय और कमेटी ने खुद बुलडोजर मंगवाकर तुड़वाया। इससे पहले छेनी और हथौड़ी से मस्जिद के ऊपरी हिस्से को तोड़ने का काम चल रहा था। नीचे का हिस्सा मजबूत होने के कारण बुलडोजर मंगवाया गया। यह कार्रवाई तीन दिनों से चल रही है। इलाहाबाद हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद रविवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कार्रवाई की। मामला मुख्यालय से 30 किमी दूर राया बुजुर्ग गांव का है। यहां गड्ढे की 510 वर्गमीटर भूमि पर बनी मस्जिद को अवैध निर्माण मानते हुए तहसीलदार न्यायालय ने इसे हटाने का आदेश दिया था। गुरुवार को मैरिज हॉल पर 4 घंटे तक 4 बुलडोजर चला था और अवैध रूप से बने मैरिज हॉल को गिरा दिया गया था। वहीं, स्थानीय लोगों ने डीएम राजेंद्र पेंसिया से मस्जिद तोड़ने के लिए 4 दिन की मोहलत मांगी थी। डीएम की परमिशन मिलते ही हॉल के बगल में बनी मस्जिद को लोगों ने खुद तोड़ना शुरू कर दिया। प्रशासन का दावा है, मस्जिद और मैरिज हॉल तालाब की जमीन पर बने हैं। मस्जिद 550 वर्गफीट और मैरिज हॉल 30 हजार वर्गफीट में बना है। हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मांगी थी राहत गांव के निवासी और मस्जिद के मुतवल्ली मिंजार हुसैन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की अर्जेंट बेंच में याचिका दाखिल की थी। इसकी सुनवाई 3 और 4 अक्टूबर को हुई। राज्य अधिवक्ता ने अदालत में तहसीलदार न्यायालय का आदेश पेश किया, जिसके बाद याचिकाकर्ता ने खुद ही याचिका वापस लेने की बात कही। जिसके बाद ग्रामीणों ने स्वयं मस्जिद तोड़ने की पहल की। प्रशासन ने पहले ही दे दिया था नोटिस 2 अक्टूबर को डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे थे। उस समय कमेटी ने तोड़फोड़ के लिए चार दिन का समय मांगा था।हाईकोर्ट में मामला पहुंचने से कार्रवाई रोक दी गई थी, लेकिन याचिका खारिज होने के बाद कमेटी ने खुद ही तोड़फोड़ शुरू की। हमने बुलडोजर को तुड़वाने के लिए बुलाया- मुतवल्ली मुतवल्ली मिंजार हुसैन ने बताया कि हाईकोर्ट में याचिका डाली थी वह खारिज हो गई। उन्होंने कहा की निचली अदालत में जाओ, हम निचली अदालत में नहीं जाएंगे, हम तो तोड़ रहे हैं। आज हमने बुलडोजर को तुड़वाने के लिए बुलाया है। छेनी हथौड़ी से टूट नहीं रही थी। बहुत मजबूत है। 10 से 15 लेबर लगे हैं। ऊपर का सारा हिस्सा हमने तोड़ दिया, अब बुलडोजर भी खराब हो गया है। आगे जितना हिस्सा बचा उसे तोड़ेंगे। कहीं जमीन लेकर लीगल तरीके से मस्जिद बनाएंगे, नक्शा पास कराएंगे। सरकार इजाजत देगी तो बनाएंगे, सरकार से तो यही मांग करते हैं कि हम जमीन ले लेंगे, नक्शा पास कर दें, हमें इजाजत दे दें, मैरिज हॉल तो सभी के लिए था, कोई भी आकर शादी कर ले, अब करेंगे जैसे भी होगा। ग्रामीण जीशान ने बताया कि हमारा कोई विरोध नहीं है और खुद ही हमने जैसी मंगाकर मस्जिद की तुड़ाई का काम शुरू किया है। किसने कितना समय दिया इसकी कोई जानकारी नहीं है लेकिन आज मस्जिद को तोड़ने का काम किया जा रहा है। तालाब की जमीन पर बना मैरिज हॉल भी ढहा प्रशासन ने इसी क्षेत्र में तालाब की 2810 वर्गमीटर भूमि पर बने अवैध जनता मैरिज हॉल को पहले ही चार बुलडोजरों से ध्वस्त कर दिया था। अब उसी कार्रवाई की कड़ी में मस्जिद का अवैध निर्माण भी ग्रामीणों की मौजूदगी में हटाया जा रहा है। जानिए पूरा मामला… 2 अक्टूबर को सुबह प्रशासन 4 बुलडोजर लेकर मस्जिद और मैरिज हॉल को तोड़ने पहुंचा। मस्जिद के बगल में तालाब की जमीन पर बने मैरिज हॉल पर 4 घंटे तक बुलडोजर चले। मैरिज हॉल के बाद मस्जिद पर बुलडोजर चलने की पारी आई तो स्थानीय लोगों ने डीएम राजेंद्र पेंसिया से मस्जिद तोड़ने के लिए 4 दिन की मोहलत मांगी। डीएम से मोहलत मिलते ही मस्जिद को लोगों ने खुद तोड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद शुक्रवार को भी जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने मस्जिद को तोड़ा था। इसी बीच शुक्रवार को ही मुस्लिम पक्ष हाईकोर्ट पहुंच गया। याचिका में कहा था- मैरिज हॉल को ध्वस्त कर दिया गया है। ध्वस्तीकरण के लिए दो अक्टूबर गांधी जयंती और दशहरे की छुट्टी का दिन चुना गया। बुलडोजर कार्रवाई के दौरान भीड़ की वजह से कोई बड़ा हादसा या बवाल भी हो सकता था। इस कार्रवाई के पीछे आरोप है कि बारात घर तालाब की जमीन पर बना हुआ है, जबकि मस्जिद का कुछ हिस्सा सरकारी जमीन पर बना हुआ है। मस्जिद का नाम गौसुलबरा है। यह संभल जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर, असमोली क्षेत्र के राया बुजुर्ग गांव में बनी हुई है। बुलडोजर एक्शन पर सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा- मैं लोगों से अपील करता हूं कि मस्जिद पर खुद कोई हथौड़ा न चलाएं। अगर कुछ गलत हो रहा तो कानून का सहारा लें। पुलिस और प्रशासन जो कर रहा, उसे करने दें। 10 साल पहले बनाई गई थी मस्जिद तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, 550 वर्ग फीट की मस्जिद का 10 साल पहले निर्माण हुआ था। गांव के ही मिंजार हुसैन ने इसका निर्माण करवाया था। वह मस्जिद का मौलाना भी है। जिले में अवैध अतिक्रमण को लेकर जो सर्वे किया जा रहा है, उसमें ही मस्जिद और मैरिज हॉल का पता चला था। इसके बाद 2 सितंबर को अवैध कब्जे को हटाने के लिए नोटिस दिया गया था। 13 सितंबर को सरकारी भूमि पर बने मैरिज हॉल और मस्जिद पर लाल निशान लगाए गए थे। इसके बाद मैरिज हॉल को गिराया गया। ————————————– ये खबर भी पढ़ेंः- रायबरेली में युवक की पीट-पीटकर हत्या का नया वीडियो: मरते वक्त युवक चीखकर बोला- राहुल गांधी…, भीड़ ने कहा- यहां सब बाबा वाले हैं रायबरेली में शुक्रवार को ड्रोन चोर के शक में भीड़ ने पीट-पीटकर एक युवक को मार डाला। इस पूरी घटना का एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें युवक मार खाते हुए राहुल गांधी का नाम लेता है। इस पर भीड़ में से एक शख्स ने कहा-यहां सब ‘बाबा’ वाले हैं। इसके बाद उसे बेरहमी से पीटते रहे। पढ़ें पूरी खबर…

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