KGMU में रेजिडेंट डॉक्टर से छेड़छाड़ मामले में एक्शन:आरोपी एडिशनल प्रोफेसर को वापस मानसिक रोग विभाग भेजा गया, विशाखा की जांच में आरोप सही मिले

यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के क्वीन मेरी अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी एडिशनल प्रोफेसर के तैनाती स्थल को बदल दिया गया है।अब वो क्वीन मेरी में ICU इंचार्ज की जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे। उन्हें वापस उनके मूल विभाग यानी मानसिक रोग विभाग में वापस भेज दिया गया है। जूनियर डॉक्टर के आरोप सही क्वीन मेरी अस्पताल में पिछले सप्ताह रेजिडेंट की ओर से छेड़खानी संबंधी शिकायत मिलने के बाद KGMU प्रशासन ने मामला विशाखा समिति को सौंपा था। विशाखा समिति ने दोनों पक्षों के साथ ही अन्य लोगों के भी बयान लिए। इसमें आरोप सही पाया गया। आरोप साबित होने के बाद KGMU प्रशासन ने एडिशनल प्रोफेसर को क्वीन मेरी से हटा दिया है। साथ ही लिखित चेतावनी जारी की है। इस मामले में सीनियर फैकल्टी को ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न होने को लेकर एफिडेविट देने को भी कहा गया है। आरोप सिद्ध होने के बाद दिया गया न्यूनतम दंड विशाखा समिति की गाइडलाइन के अनुसार, आरोप सिद्ध होने पर पद से हटाने, लिखित माफी, चेतावनी, पदोन्नति रोकने, वेतन वृद्धि रोकने या नौकरी से बर्खास्तगी जैसे दंड शामिल हो सकते हैं। भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में आपराधिक कार्रवाई करने संबंधी प्रावधान भी विशाखा समिति में हैं। इस मामले में केजीएमयू प्रशासन ने सिर्फ आरोपी का तैनाती स्थल बदला है।

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