नोएडा ने आठ सालों में एयरपोर्ट को दिए 4372 करोड़:37.5 प्रतिशत के अंश धारिता, जमीन अधिग्रहण को देगा 3259 करोड़, 450 करोड़ रिलीज

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन 30 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते है। इसकी तैयारियां की जा रही है। यहां युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण भी एयरपोर्ट में ज्वाइंट वेंचर कंपनी है। ऐसे में प्राधिकरण निर्माण के लिए लगातार फंड रिलीज कर रहा है। 37.5 प्रतिशत की अंश धारित के सापेक्ष नोएडा प्राधिकरण 31 मार्च 2025 तक कुल 4372 करोड़ 25 लाख 41 हजार 723 रुपए दिए है। इसका ब्यौरा बोर्ड के सामने प्रस्तुत किया। इसके अलावा भी प्राधिकरण ने 21 फरवरी 2025 के शासनादेश के क्रम में जेवर के ओएलएस सर्वे में शामिल ओवर हेड वाटर टैंक हटाए जाने के लिए 11.5 लाख में 37.5 प्रतिशत के हिसाब से 4 लाख 14 हजार 375 रुपए का भुगतान कलेक्टर गौतमबुद्ध के पक्ष में किया गया। एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। इस क्रम में स्टेट-2 के फेज-2 और स्टेज-2 के फेज-3 में 14 गांव की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। ये जमीन करीब 1888 हेक्टेयर से ज्यादा है। इसके लिए कुल 8691 करोड़ 19 लाख रुपए मुआवजा के तौर पर देने है। इस राशि का एग्रीमेंट के अनुसार 37.5 प्रतिशत यानी 3259 करोड़ 20 लाख रुपए प्राधिकरण को देने है। इसका ब्यौरा भी बोर्ड में रखा गया। ऐसे में प्राधिकरण ने बताया कि इस राशि में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1315.68 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई। इसमें पहले फेज के लिए 450 करोड़ रुपए दिए गए। ये पैसा दिया जा चुका है। प्राधिकरण ने अलग-अलग वित्तीय वर्ष में दिया पैसा दूसरे रनवे का काम होगा शुरू
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्रथम चरण का काम अंतिम दौर में है। अब दूसरे रनवे और विमानों के इंजन बनाने वाली कंपनियां स्थापित करने की तैयारी तेज हो गई है। एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 14 गांव के शत प्रतिशत किसानों ने जमीन देने के लिए सहमति दे दी है। नोएडा एयरपोर्ट के तीसरे चरण में विस्तार के लिए 2053 हेक्टेयर में दो रनवे और कुल 750 एकड़ में विमानों के ईंजन बनाने वाली कंपनियां स्थापित होंगी। एविएशन इंडस्ट्री के लिए दुनियाभर की पांच से ज्यादा विमानों के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। क्रॉसिंग और सर्विस रनवे भी बनेंगे
एयरपोर्ट पर क्रॉसिंग और सर्विस रनवे भी बनाए जाएंगे, जिनसे चलकर विमान हैंगर तक पहुंचेंगे। फिलहाल 27 स्टैंड बनाए जा चुके हैं, जिनमें दो कार्गो के लिए हैं। वहीं, दूसरे चरण की 1365 हेक्टेयर जमीन में 490 एकड़ में दूसरा रनवे बनेगा। सर्विस रनवे बनेगा और करीब 800 एकड़ में एविएशन इंडस्ट्री लगाई जाएगी। वर्ष 2025 तक देश में 1800 विमानों की संख्या होने का अनुमान है। वर्तमान में देश में 700 विमान हैं।

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