यूक्रेन के गैस प्लांट पर रूस का बड़ा हमला, हजारों घरों में बिजली-गैस आपूर्ति ठप

यूक्रेन के गैस प्लांट पर रूस का बड़ा हमला, हजारों घरों में बिजली-गैस आपूर्ति ठप

रूस ने यूक्रेन की सरकारी स्वामित्व वाली गैस कंपनी नाफ्तोगाज समूह द्वारा संचालित प्राकृतिक गैस संयंत्रों को निशाना बनाया. यूक्रेनी वायु सेना के अधिकारियों ने बताया कि रूस ने यूक्रेन पर गुरुवार रात 381 ड्रोन और 35 मिसाइल से बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. उन्होंने इन हमलों को सर्दियों से पहले यूक्रेन में बिजली आपूर्ति सुविधाओं को नष्ट करने की कोशिश करार दिया.

नाफ्तोगाज समूह की मुख्य कार्यकारी सेरही कोरेत्स्की ने एक बयान में कहा कि यह उन नागरिक सुविधाओं के खिलाफ जानबूझकर किया गया आतंकी कृत्य है, जो लोगों के सामान्य जीवन यापन के लिए जरूरी गैस उत्खनन और प्रसंस्करण सेवाएं प्रदान करती हैं.

उन्होंने कहा कि इसका कोई सैन्य उद्देश्य नहीं है. यह रूस की द्वेषपूर्ण कार्रवाई का एक और उदाहरण है, जिसका एकमात्र मकसद सर्दियों के मौसम में यूक्रेन वासियों के जीवन में व्यवधान पैदा करना और उन्हें बिजली से वंचित करना है. इस हमले के परिणामस्वरूप यूक्रेन के कई शहरों के हजारों घरों में बिजली और गैस की आपूर्ति ठप हो गई. इस स्थिति से निपटने के लिए यूक्रेन ने भारी मात्रा में गैस आयात करने का निर्णय लिया है.

कोरेत्स्की के मुताबिक, रूस ने पूर्वोत्तर में खार्कीव और मध्य में पोल्तावा क्षेत्र में नाफ्तोगाज की गैस उत्खनन और प्रसंस्करण सुविधाओं पर 35 मिसाइल (जिनमें से कई बैलिस्टिक थीं) दागीं तथा 60 ड्रोन से बम बरसाए. उन्होंने बताया कि हमलों में कुछ सुविधाओं को गंभीर नुकसान पहुंचा. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसकी सेनाओं ने यूक्रेन के सैन्य-औद्योगिक परिसर और उसे सहायता प्रदान करने वाले गैस एवं ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर ड्रोन और निर्देशित हथियारों से बड़े पैमाने पर हमले किए.

यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, पोल्तावा में रूस के हवाई हमलों में आठ साल का एक बच्चा और दो महिलाएं घायल हो गई. उन्होंने बताया कि एक हमले में शहर के ऐतिहासिक सेंट निकोलस चर्च की आधी से ज्यादा खिड़कियों के शीशे टूट गए.

इस बीच, यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद में दुष्प्रचार का मुकाबला करने वाले केंद्र के प्रमुख एंड्री कोवलेंको ने शुक्रवार को बताया कि यूक्रेन ने घरेलू स्तर पर निर्मित लंबी दूरी के ड्रोन से रूस पर जवाबी हमले किए और यूक्रेनी सीमा से लगभग 1,400 किलोमीटर (900 मील) दूर स्थित ओर्स्क तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया.

अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन के ड्रोन हमले के कारण मॉस्को से 1,500 किलोमीटर (930 मील) दूर बेरेज्निकी में रूस के सबसे बड़े रासायनिक संयंत्रों में से एक, अजोट रासायनिक संयंत्र में परिचालन कुछ समय के लिए बाधित हो गया. रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश की वायु रक्षा प्रणालियों ने गुरुवार रात कम से कम 20 यूक्रेनी ड्रोन विमानों को मार गिराया. उसने बताया कि इन विमानों में से ज्यादातर को काला सागर के ऊपर उड़ान भरते समय निशाना बनाया गया.

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