सात दिन पहले मिली थी महिला की सिर कटी लाश:तंत्र-मंत्र में उलझी गोरखपुर पुलिस, ज्योतिष बोले- विधवा की नहीं दी जाती बलि
गोरखपुर के पीपीगंज थाना क्षेत्र के भुईधरपुर की कलावती यादव (60) की सिर काटकर हत्या कर दी गई। घर से 500 मीटर दूर लाश मिली थी। 26 सितंबर की सुबह सड़क किनारे खेत में लाश देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पीपीगंज पुलिस पहुंचकर शव की पहचान कराने का प्रयास शुरू की। जैसे ही पुलिस ने शरीर के बगल में कपड़े से लपेटा गया सिर खोलकर चेहरा देखा तो वहां खड़े लोगों ने बताया- यह तो कलावती है। घरवालों को सूचना देकर पुलिस जांच में जुट गई। घटना के सात दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं बलि की संभावना पर तांत्रिकों की जांच पड़ताल कर रही पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। विद्वानों का कहना है कि विधवा की बलि नहीं दी जाती है। कलावती के पति की भी मौत हो चुकी है। ऐसे में पुलिस गलत दिशा में जांच कर रही है। झटके में गर्दन काटने पर आई बलि की बात पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि महिला की गर्दन एक झटके में काटी गई है। नवरात्रि का समय बलि देने का अच्छा समय माना जाता है। पुलिस की भी शंका उसी तरफ गई। पुलिस ने तांत्रिकों के बारे में जानकारी जुटाई। तब पता चला कि गांव के आस-पास कुल 10 तांत्रिक हैं। वहीं महिला के गांव में ही 2 तांत्रिक हैं। इसमे एक महिला का पटीदारी का भतीजा भी लगता है। जो भूत-प्रेत भगाने के लिए तंत्र-मंत्र करता है। पुलिस इसी एंगल पर जांच अपनी आगे बढ़ाई। पुलिस का खोजी कुत्ता टोनी को कलावती के कपड़े सुंघाए गए थे। इसके बाद वह बार-बार कलावती के घर और आस-पास ही जा रहा था। इसलिए पुलिस ने भुईधरपुर के दोनों तांत्रिकों से पूछताछ शुरू की। उनकी कॉल डिटेल भी निकलवाई। लेकिन कोई घटना के 7 दिन बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। अब पुलिस 8 और तांत्रिकों के बारे में जानकारी जुटा रही है। इसी बीच पुलिस ने बड़े जानकार विद्वानों से भी बलि के बारे में जानकारी ली है। इसमे पंडित राम दरश मिश्रा ने बताया- नवरात्रि और अमावस्या का समय बलि के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस समय बड़े-बड़े तांत्रिक सिद्धी पाने के लिए बलि देते हैं। लेकिन कमलावती के पति की मौत हो चुकी है। वह विधवा है। उन्होंने कहा कि कभी विधवा की बलि नहीं दी जाती है। विधवा को शुभ काम में भी आगे नहीं किया जाता है। इसलिए उन्होंने बलि की घटना से इन्कार कर दिया। अब पुलिस के लिए इस घटना को खोलना बड़ी चुनौती बनती जा रही है। पुलिस अब घरवालों के इर्द-गिर्द अपनी जांच शुरू कर दी है। 25 सितंबर को घर पर कलावती के साथ उसकी बहू उतरा देवी और बेटी थी।दोनों ही बता रहे हैं कि दोपहर 2 बजे कलावती दवा कराने पीपीगंज गई थी। देर रात तक जब वह वापस नहीं आई। तब उतरा देवी ने पूणे रहने वाले अपने पति राजेश को कॉल कर सारी बात बताई। राजेश ने कहा रात अधिक हो गई। सुबह उनकी तलाश कराई जाएगी। तभी सुबह कलावती की लाश मिल गई। पुलिस ने करीब 4 घंटे तक कलावती की बहू उतरा देवी से पूछताछ की। उसका मोबाइल भी कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की। सीडीआर भी निकलवाया गया। लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं मिला, जिससे बहू की संलिप्तता मिले। इसी तरह बेटी से भी पूछताछ की गई। पीपीगंज पुलिस को कलावती के शरीर पर नाक, कान और हाथ में सोने की ज्वेलरी सुरक्षित मिली थी। इससे यह भी अनुमान लगाया गया कि घटना चोर लुटेरे ने नहीं अंजाम दी है। वहीं पुलिस को कलावती की लाश के पास से एक हंसिया (गड़ासी) और खुरपी झोले में रखी मिली थी। पुलिस वह झोला लेकर कलावती के घर गई थी। उसकी बहू और बेटे को झोले से निकालकर हंसिया और खुरपी दिखाई। तब घरवालों ने बताया- दोनों ही सामान कलावती का नहीं है। अब पुलिस हंसिया और खुरपी रखने वाले की तलाश कर रही है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर से भी बातचीत की। इसमे यह पता चला कि एक झटके में सिर काटा गया है। कहीं और संघर्ष के निशान भी नहीं मिले है। डॉक्टरों ने बताया- ऐसा लग रहा है कि बेहोश करके गर्दन काटी गई है। तभी एक बराबर से गर्दन कटकर अलग हो गई है। वहीं पुलिस 20 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल चुकी है। अभी तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है। ऐसे में अब इस घटना का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। इस संबंध में एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया- घटना के हर पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस की 5 टीमें घटना का पर्दाफाश करने के लिए लगाई गईं हैं। बहुत जल्द खुलासा हो जाएगा। अब विस्तार से जाने पूरा मामला गोरखपुर में 26 सितंबर सुबह एक महिला की सिर कटी लाश मिली। उसका सिर धड़ से अलग पड़ा था। चेहरा जमीन में धंसा हुआ था। इससे उसकी पहचान भी नहीं हो रही थी। शव के पास से एक हंसिया भी पड़ी मिली। सुबह करीब 6 बजे ग्रामीणों ने लाश देखते ही पुलिस को सूचना दी। घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस वालों ने महिला का सिर हेलमेट की तरह उठाया। तब जाकर गांव वालों ने महिला की पहचान की। उसके परिजनों को जानकारी दी। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हत्या ड्रोन से चोरी करने वालों ने की है। घटना पीपीगंज थाना क्षेत्र की है। घर से 500 मीटर दूरी पर मिली लाश
मृतका की पहचान 60 वर्षीय कलावती यादव के रूप में हुई है। वह भुई धरपुर ग्राम पंचायत की रहने वाली थी। उनके पति दर्शन यादव की पहले ही मौत हो चुकी है। महिला के 2 बेटे और 1 बेटी है। बड़े बेटे राजेश की शादी हो चुकी है, जबकि छोटे बेटे जितेंद्र की 4 दिसंबर को शादी होनी है। बेटी की भी शादी हो चुकी है। दोनों बेटे बाहर नौकरी करते हैं। कलावती का शव उनके घर से करीब 500 मीटर दूर खेत में पड़ा मिला। दवा लेने के लिए घर से निकली थी महिला
महिला की बहू उत्तरा देवी ने बताया-गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे वह दवा कराने घर से निकली थीं। उन्होंने कहा था कि भुई धरपुर के पास मंगरू चौराहे पर बंगाली डॉक्टर के पास जा रही हैं। बाद में पता चला कि वह पीपीगंज डॉक्टर के पास चली गईं, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटीं। इसके बाद खोजबीन की गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सुबह में 6 बजे कलावती की मौत की सूचना परिवार को मिली। उनकी लाश सड़क किनारे खेत में पाई गई। महिला के छोटे बेटे जितेंद्र की शादी 4 दिसंबर को तय है और दिवाली पर पति और देवर घर आने की तैयारी कर रहे थे। घटना की जानकारी पाकर दोनों भाई पुणे और राजकोट से गोरखपुर के लिए रवाना हो गए हैं। ग्रामीणों ने ड्रोन चोरों पर शक जताया
शुरू में ग्रामीणों का कहना था कि महिला की हत्या दूसरी जगह पर करके यहां शव फेंका गया है। इस वारदात के पीछे ड्रोन वाले चोर गिरोह का हाथ हो सकता है। गांव में पिछले कुछ दिनों से ड्रोन उड़ने और चोरी की अफवाहें तेजी से फैल रही हैं। रोज रात में हल्ला मचता है, लेकिन पुलिस अब तक किसी को पकड़ नहीं सकी है। ————————–
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/4HVdgM7
Leave a Reply