भास्कर न्यूज | समस्तीपुर समस्तीपुर जंक्शन पर शुक्रवार को मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई। एक वर्ष की मासूम बच्ची, जिसे माता-पिता ने ट्रेन में निर्ममता से त्याग दिया, यात्रियों की मदद से अब ‘किलकारी’ की गोद में सुरक्षित है। सहयात्री के अनुसार उसे बेटी होने की वजह से दोनों चलती ट्रेन में छोड़कर उतर गए। एक महिला उसे गोद लेना चाहती थी और उसी ने उसे बचाया भी।परंतु नियमानुसार उसे चाइल्डलाइन के हवाले कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, आरपीएफ पोस्ट समस्तीपुर के सहायक उपनिरीक्षक बृजेंद्र सिंह अपने ड्यूटी स्टाफ के साथ प्लेटफॉर्म संख्या चार पर निगरानी कर रहे थे। उसी दौरान चाइल्डलाइन समस्तीपुर की समन्वयक आशा कुमारी दास और शंकर कुमार मलिक भी टीम के साथ मौजूद थे। संयुक्त निरीक्षण के क्रम में बरौनी छोर की तरफ एक मासूम बच्ची को रोते-बिलखते देखा गया। बच्ची इतनी छोटी थी कि अपना नाम या घर बताने में असमर्थ थीं।आरपीएफ टीम ने तुरंत उसे अपने संरक्षण में लेकर पोस्ट पर पहुंचाया और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की। बाद में स्टेशन अधीक्षक की उपस्थिति में बच्ची को चाइल्डलाइन की टीम को सुपुर्द कर दिया गया।चाइल्डलाइन कर्मियों ने बताया कि यह बच्ची संभवतः ट्रेन में यात्रा कर रहे किसी दंपती द्वारा छोड़ी गई है। प्रथमदृष्टया प्रतीत होता है कि बेटी होने के कारण उसे त्याग दिया गया। अब इस बच्ची को ‘किलकारी’ शेल्टर होम में रखा गया है, जहां उसकी देखरेख व परवरिश की व्यवस्था की जाएगी।
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