‘हमारे घर पर न चलाएं बुलडोजर’… फरहत की बेटियों ने लगाई गुहार, मौलाना तौकीर रजा को घर में दी थी पनाह!
यूपी के बरेली जिले में शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद पूरे जिले का माहौल गरमा गया था. इस हिंसा के मुख्य आरोपी इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. तौकीर रजा दरगाह आला हजरत खानदान से ताल्लुक रखते हैं और लंबे समय से धार्मिक व राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, हिंसा भड़काने और विवादित बयान देने में उनका नाम सामने आया था.
फरहत और तौकीर रजा का रिश्ता
इस पूरे मामले में बरेली के रहने वाले फरहत का नाम भी सामने आया. फरहत पहले तौकीर रजा की पार्टी से जुड़े रहे थे और कुछ समय तक राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भी रहे. हालांकि बाद में उन्होंने पार्टी से दूरी बना ली थी. बावजूद इसके, खानदानी रिश्ते और पुराने जुड़ाव की वजह से उनका संपर्क बना रहा. जब हिंसा के बाद तौकीर रजा पर कार्रवाई तेज हुई तो पुलिस का कहना है कि उन्हें फरहत के घर में शरण दी गई. इसी कारण फरहत और उनके बेटे को भी आरोपी बनाया गया और जेल भेज दिया गया.
मौलाना तौकीर रजा से हमारी जान-पहचान
फरहत की बेटियों ने इस मामले में आज प्रशासन के पास अपनी गुहार लगाई. TV9 डिजिटल से बातचीत करते हुए कहा कि उनके पिता का मौलाना तौकीर रजा से पहले जुड़ाव जरूर था, लेकिन बाद में अलगाव हो गया था. बेटियों का कहना है कि दरगाह आला हजरत खानदान से होने की वजह से और पुराना जान-पहचान होने पर हमने मौलाना को अपने घर बैठा लिया था. हमें यह नहीं मालूम था कि इस मामले में उन्हें आरोपी बनाया जा चुका है.
बेटियों की गुहार- हमारे घर पर न चले बुलडोजर
फरहत की दोनों बेटियां सोमवार को बरेली के डीएम कार्यालय पहुंचीं और अधिकारियों के सामने अपनी बात रखी. उन्होंने TV9 डिजिटल से खास बातचीत में कहा कि अब उन्हें आशंका है कि उनके घर पर बुलडोजर चलाया जा सकता है. उनका कहना था कि हम सुन रहे हैं कि प्रशासन बुलडोजर की कार्रवाई कर सकता है. हमारे घर की बिजली पहले ही काट दी गई है. हम मुख्यमंत्री से गुजारिश करते हैं कि हमारे घर पर बुलडोजर न चलाया जाए.
घर में तनाव और डर का माहौल
हमारा कोई कसूर नहीं है. सिर्फ इस वजह से कि मौलाना तौकीर रजा हमारे घर पर आ गए थे, हमारे परिवार को भी आरोपी बना दिया गया है. बेटियों का कहना है कि उन्हें डर और तनाव के बीच रहना पड़ रहा है. उनका तर्क है कि उनके पिता का अब तौकीर रजा की राजनीति पार्टी से कोई संबंध नहीं रहा. बावजूद इसके, पूरे परिवार को निशाने पर लिया जा रहा है.
प्रशासन की सख्ती और आगे की कार्रवाई
बरेली पुलिस और प्रशासन हिंसा मामले में लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है. तौकीर रजा को जेल भेजने के साथ ही, उन सभी लोगों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है, जिन पर हिंसा भड़काने या पनाह देने का आरोप है. इसी सिलसिले में फरहत और उनके बेटे को जेल भेजा गया. अब सवाल घर पर बुलडोजर कार्रवाई का है. प्रशासन की ओर से अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन फरहत के परिवार का कहना है कि उन्हें लगातार धमकी और दबाव का सामना करना पड़ रहा है. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस यह जांच कर रही है कि हिंसा भड़काने में तौकीर रजा को किस तरह मदद मिली और वह किन घरों में शरण लिए हुए थे. यही कारण है कि फरहत का परिवार इस समय जांच के घेरे में है.
CM योगी से की अपील
वहीं बरेली हिंसा के बाद मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी ने पूरे प्रदेश का ध्यान खींचा है. फरहत और उनका परिवार अब इस गिरफ्तारी की आंच झेल रहा है. बेटियां बार-बार अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश कर रही हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील कर रही हैं कि उनके घर पर बुलडोजर न चलाया जाए. यह मामला केवल एक गिरफ्तारी या सजा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें उन लोगों का दर्द भी झलक रहा है, जो कहते हैं कि वे केवल पुरानी पहचान और खानदानी रिश्ते के कारण फंस गए हैं.
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