शुभम द्विवेदी के पिता ने मैच का विरोध किया:कानपुर में बोले- क्रिकेट से रुपए कमाकर दूसरे पहलगाम की तैयारी करेगा पाकिस्तान
एशिया कप क्रिकेट मैच में भारत ने पाकिस्तान को फाइनल में हरा दिया। भारतीय टीम ने जीत हासिल करने के बाद यह फैसला किया कि वह किसी पाकिस्तान के हाथ से ट्रॉफी नहीं लेंगे। इस पर कानपुर में संजय द्विवेदी ने खिलाड़ियों की सहानुभूति का स्वागत किया। संजय द्विवेदी ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के पिता हैं। संजय द्विवेदी ने कहा- भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले खेलों और क्रिकेट मैच का वह विरोध पहले दिन से कर रहे हैं और अभी भी करते हैं। पाकिस्तान से हमें किसी भी तरह के संबंध नहीं रखने चाहिए। उन्होंने कहा- शुरू से ही हम इस आयोजन का विरोध कर रहे हैं। जब मुझे जानकारी हुई कि इस तरह का कोई मैच हो रहा है तो मैंने विरोध किया था। मैं उस पर आज भी कायम हूं। हमारे देश के खिलाड़ियों ने पहलगाम आतंकी हमले में हुए शहीद परिवार वालों के साथ सहानुभूति दिखाई। देशभक्ति की भावना और ट्रॉफी लेने से मना किया, इसके लिए मैं धन्यवाद देता हूं। हम 26 परिवारों के प्रति सहानुभूति रही। मैं आभार व्यक्त करता हूं। इस देश में दूसरे पहलगाम की तैयारी करेगा संजय द्विवेदी ने कहा- मैं मैच का पहले दिन से विरोध कर रहा हूं, विरोध का मेरा कारण है। भले ही पाकिस्तान हार गया, इंडिया जीत गई लेकिन मायने यह रखता है कि यह जो तीन मैच हुए हैं। इससे पाकिस्तान को हजारों करोड़ों रुपए मिल गए और उस पैसे से पाकिस्तान आतंकवादियों को तैयार करेगा। फिर इस देश में दूसरे पहलगाम की तैयारी करेगा। हमारे देश के लोगों को मारने की तैयारी करेगा। हमारे सैनिकों के खून बहाने की तैयारी करेगा। पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ मैं पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ हूं, पाकिस्तान जो आतंक फैलाता है उसे हर स्तर पर रोकने की जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं हैं। स्पर्धा खेल की सबसे बड़ी ओलंपिक की होती है। मुझे याद है कि 1980 में जब मास्को में ओलंपिक हुए थे, तो कई देशों ने बहिष्कार किया था। उसके बाद लांस एंजेल्स अमेरिका में ओलंपिक हुआ था तो रशिया के साथ कई देशों ने बहिष्कार कर दिया था। पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है पाकिस्तान देश एक आतंकवादी देश है, उनकी मानसिकता ही ऐसी है कि पहले दिन से मेरा विरोध है। मेरा कहना है कि उनसे खेल या किसी भी तरह के संबंध रखने का मतलब नहीं है और इससे संबंध रखना गलत है। पाकिस्तान की बेइज्जती तो तब होती जब इस तरह के टूर्नामेंट में हम खेलने से मना कर देते। हमारे देश को इस तरह से मैसेज देना चाहिए की पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे आतंकी देश घोषित करने का काम करें उससे हर तरह के संबंध खत्म होने चाहिए और खेल स्पर्धा को देखते हुए उनसे अलग रखने की कोशिश करनी चाहिए। पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करने का प्रयास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी सरकार को करना चाहिए तब वह सुधरेगा।
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