किशोर से 14 लाख की ठगी करने वाले 2 गिरफ्तार:फ्री फायर गेम में रुपए हारने के बाद सुसाइड किया था, लखनऊ पुलिस ने दबोचा

लखनऊ पुलिस ने ऑनलाइन गेम के जरिए 13 साल के किशोर से 14 लाख की ठगी करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों के बैंक खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई थी। मोहनलालगंज थाना और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने एक आरोपी को जमशेदपुर और दूसरे को वाराणसी से पकड़ा है। हालांकि, इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि, टीम ने बैंक ट्रांजैक्शन और मोबाइल नंबरों के लोकेशन ट्रेस करके यह कार्रवाई की है। वाराणसी से पकड़ा गया आरोपी नाबालिग है, जिसे हिरासत में लेकर पुलिस लखनऊ ला रही है। वहीं, जमशेदपुर से पकड़े गए युवक को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जल्द लखनऊ लाया जाएगा। पंजाब के तीन संदिग्ध की तलाश गिरफ्तारी के बाद पुलिस को अब तक की सबसे मजबूत कड़ी मिली है। जांच में ये भी सामने आया है कि इस गिरोह से पंजाब के तीन संदिग्ध भी जुड़े हो सकते हैं। उनकी तलाश में अलग-अलग टीमें रवाना कर दी गई हैं। वहीं, पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल, बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल डिवाइस को खंगाला जा रहा है। पुलिस का मानना है कि इस केस में सुनियोजित ऑनलाइन ठगी का नेटवर्क काम कर रहा था, जो गेमिंग की आड़ में बच्चों को निशाना बनाता है। अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा घटनाक्रम… किशोर ने घर में लगाई थी फांसी मोहनलालगंज इलाके के धनुवासाड़ गांव में सुरेश कुमार यादव परिवार के साथ रहते हैं। सुरेश कुमार यादव का यूनियन बैंक, बिजनौर शाखा में खाता है। 15 सितंबर को उन्होंने बैंक जाकर पासबुक अपडेट कराया। इस पर पता चला कि उनके खाते में 13 लाख रुपए कम हैं। पैसे ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान कटे हैं।
इसके बाद सुरेश कुमार यादव घर पहुंचे। उन्होंने बेटे यश से पैसों के बारे में पूछा। पहले तो उसने टाल-मटोल किया। बाद में समझाने पर बताया कि फ्री फायर गेम खेलते समय पैसों को हार गया है। उन्होंने यश को समझाया। इसके बाद यश ने घर में ही फांसी लगा ली। जमीन बेचकर बैंक में पैसे जमा किए थे
पिता सुरेश कुमार यादव ने बताया कि लगभग 2 साल पहले उन्होंने कुछ जमीन बेचकर 13 लाख रुपए यूनियन बैंक के बिजनौर शाखा में जमा किए थे। वह पुताई का काम कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। यश इकलौता बेटा था। उसे कभी डांटा नहीं था। गेम में पैसे हारने पर भी उसे मात्र समझाया था। परिवार में पत्नी विमला और बेटी गुनगुन है। यश कुमार बीआईपीएस में छठवीं कक्षा का छात्र था। उसकी मौत की सूचना पर स्कूल प्रबंधन ने शोक संवेदना व्यक्त की है। 16 सितंबर को स्कूल में छुट्‌टी कर दी है।

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