आज आएंगे सीएम; प्रो. यूपी सिंह को देंगे अंतिम विदाई:महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष व पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति थे
महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष रहे पूर्व कुलपति प्रो. उदय प्रताप (यूपी) सिंह का अंतिम संस्कार 28 सितंबर को दोपहर 12 बजे से राप्ती नदी के तट पर स्थित राजघाट पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रविवार को गोरखपुर पहुंचेंगे और राजघाट जाकर प्रो. सिंह को अंतिम विदाई देंगे। प्रो. सिंह उन विरले लोगों में शामिल रहे, जिन्होंने गोरक्षपीठ के तीन पीठाधीश्वरों के सानिध्य में काम किया।
प्रो. यूपी सिंह ने ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ, ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के साथ गोरक्षपीठ की सेवा की। वह वर्तमान पीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में भी सेवा देते रहे। मुख्यमंत्री ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है। यह होगा प्रो. यूपी सिंह के पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा का मार्ग
शव यात्रा राजेंद्र नगर आवास से श्री गोरखनाथ मंदिर, धर्मशाला, ट्रैफिक तिराहा, कालीमंदिर , गोलघर, कलेक्ट्री चौराहा, भगत सिंह चौक, अलहदादपुर, प्रेमचंद पार्क , ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी होते हुए राप्ती घाट पुल के किनारे से नगर निगम द्वारा निर्मित घाट पर पहुंचेगी। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अब जानिए प्रो. यूपी सिंह के बारे में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. उदय प्रताप सिंह (यूपी सिंह) का शनिवार सुबह 92 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। मूल रूप से गाजीपुर जिले के निवासी प्रो. यूपी सिंह का जन्म 1 सितंबर 1933 को हुआ था। वह उन विरले लोगों में शामिल रहे जिन्हें गोरक्षपीठ के लगातार तीन पीठाधीश्वरों के सानिध्य में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। गणित विषय के विद्वान रहे स्वर्गीय सिंह की बतौर शिक्षक पहली नियुक्ति गोरक्षपीठ के तत्कालीन पीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ ने एमपी शिक्षा परिषद के महाराणा प्रताप महाविद्यालय में की थी। गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए महंत ने यह महाविद्यालय दान में दे दिया तब यूपी सिंह विश्वविद्यालय में गणित के शिक्षक हो गए।
इस विश्वविद्यालय में वह आचार्य और गणित विभाग के अध्यक्ष के रूप में ख्यातिलब्ध रहे। अपनी शैक्षिक सेवा यात्रा में उन्होंने बाद में पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के कुलपति के रूप में भी सेवाएं दीं। महंत दिग्विजयनाथ के स्मृतिशेष होने के बाद प्रो. यूपी सिंह ने गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ के मार्गदर्शन में एमपी शिक्षा परिषद की सेवा की। उनकी सेवा साधना का यह अनुष्ठान वर्तमान गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में आजीवन जारी रहा। प्रो. यूपी सिंह को विद्वता, कर्मठता के साथ उनके सांगठनिक कौशल के लिए भी याद किया जाएगा। वह डॉ. भोलेन्द्र सिंह के बाद वर्ष 2018 में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष बनाए गए और अंतिम सांस लेने तक इस पद पर बने रहे। शिक्षा परिषद द्वारा 2021 में जब महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर की स्थापना की गई तो उन्हें इसका प्रति कुलाधिपति बनाया गया। प्रो. यूपी सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक और विद्या भारती में भी विविध पद दायित्वों का सकुशल निवर्हन किया। देश और समाज के लिए जीना सिखाया प्रो. सिंह ने : डॉ. प्रदीप राव
प्रो. यूपी सिंह के निधन पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं में शोक की लहर है। उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा, ‘प्रो. यूपी सिंह के साथ महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का एक युग पूर्ण हुआ। उन्होंने मुझे और मेरे जैसे बहुतों को देश और समाज के लिए जीना सिखाया है। श्रीगोरक्षपीठ के प्रति असीमित श्रद्धा और समर्पण की शिक्षा दी है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के लिए जीना सिखाया है। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद में कार्य करते हुए जब भी कोई निराश होगा, मार्ग धुंधला होगा, पग डगमगाने लगेंगें तब प्रो. यूपी सिंह का जीवन प्रकाश स्तम्भ की तरह हमारा मार्ग प्रशस्त करेगा।’
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