मेरठ जेल में बंद गुर्जर नेताओं की हुई जमानत:दादरी में बिना अनुमति पंचायत करने पर गए थे जेल, 11 लोग किए गए रिहा
मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र में बिना अनुमति हुई गुर्जर पंचायत के मामले में मेरठ जेल में बंद गुर्जर नेताओं को जमानत मिल गई है। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र भाटी सहित अन्य गुर्जर नेताओं को शुक्रवार को कोर्ट ने जमानत दे दी है। 22 में से 11 लोगों की ही रिहाई आज हो गई है। पर्याप्त जमानती न होने के कारण बाकी की रिहाई बाद में होगी। बता दें कि पिछले 4 दिनों से इस मामले में काफी हंगामा चल रहा था। 11 लोगों को किया गया रिहा
शाम छह बजे से ही जेल परिसर के आसपास भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी। ट्रैफिक पुलिस, आरएएफ और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। जेल की ओर जाने वाले रास्ते को लगभग एक किलोमीटर दूर ही आरएएफ ने सील कर दिया। भाजपा जिला पंचायत सदस्य विपिन भडाना की गाड़ियों को ही जेल से 200 मीटर पहले तक जाने दिया गया। रात करीब 8 बजे पहले तीन लोगों को रिहा किया गया, फिर 20 मिनट बाद बाकी आठ लोग बाहर आए। सभी को विपिन भडाना की गाड़ी में बैठाकर भेजा गया। बाकी 11 आरोपियों की जमानत को लेकर विपिन भडाना ने बताया कि— “जमानती पहले हमें कहा गया था कि एक ही चाहिए, लेकिन बाद में एक व्यक्ति के दो जमानती देने पड़े। इसी वजह से आधे लोगों की ही जमानत हो पाई।” रिहाई के बाद भी देर रात तक जेल के आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस आधार पर मिली जमानत
जेल से छूटे अभियुक्तों ने बताया- वे निर्दोष हैं तथा उन्हें झूठा फंसाया गया हैं व उनके द्वारा कोई अपराध कारित नहीं किया गया है व घटना का कोई चशमदीद गवाह नहीं हैं। कथित धाराओं का कोई अपराध नहीं बनता हैं। वह एक सम्मानित परिवार के सदस्य है। उनके खिलाफ घटना का कोई चश्मदीद साक्षी नहीं हैं। प्रथम सूचना रिपोर्ट देरी से अंकित की गयी है और देरी का कोई कारण नहीं बताया गया। माननीय न्यायालय की सन्तुष्टि हेतु उचित जमानत देने को तैयार हैं, इसलिए उन्हें जमानत पर रिहा किया जाए। किसी भी व्यक्ति पर पहली ऐसी कोई धारा में मुकदमा नहीं था
गुर्जर समाज के लोगों की जमानत कराने वाले वकील ओमपाल सिंह ने बताया- किसी भी व्यक्ति पर पहली ऐसी कोई धारा में मुकदमा नहीं था कि उनको जमानत न मिल सके। जो धारा उनपर थी उसमें कच्ची जमानत थाना स्तर से भी मिल सकती थी। पुलिस की मंशा कैसे भी इनको जेल भेजने की थी इसलिए यह कार्रवाई हुई। बाद में इनपर यह भी आरोप था कि धारा 144 के बाद भी यह लोग इक्कठा हुए उन्होंने माहौल खराब किया। इसके बाद क्योंकि पत्थरबाजी में किसी को गंभीर चोट नहीं थी। यह लोग जेल में बंद थे और कोई साक्ष्य ऐसा नहीं था, जिसमें यह स्पष्ट हो सके कि किस निर्धारित व्यक्ति द्वारा कोई कार्य किया गया या किसके द्वारा कोई चोटिल हुआ या कोई ऐसा कार्य हुआ। सभी लोग ऐसे हैं, जिनपर पहले इस प्रकार का कोई मुकदमा नहीं है। सभी सम्मानित व्यक्ति है, अच्छे परिवार से है। इसी को आधार मानते हुए मैने इस केस की पैरवी की और सच्चाई के लिए लड़ते हुए हमने जीत प्राप्त की और सभी को जमानत मिली। फूल माला पहनाकर किया गया स्वागत
जैसे ही गुर्जर समाज के लोग जेल से बाहर आकर जेल चुंगी चौराहे पर आए तो समाज के पहले से वहां मौजूद लोगों ने ये फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। जमानत की खबर सुनते ही मेरठ जिला जेल के बाहर बिरादरी के लोगों की भीड़ बढ़ने लगी। ये लोग नेताओं के स्वागत के लिए फूल माला लेकर पहुंचे थे। बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने गुर्जर सेना जिंदाबाद के नारे भी वहां पर लगाए। पंचायत में विवाद विपक्ष के लोगों की साजिश
जिला पंचायत सदस्य विपिन भडाना ने कहा- हमारे सभी साथी निर्दोष है और सभी को जमानत मिल गई है। जमानती न होने के कारण आधे लोग अभी अंदर ही है, इसमें किसी प्रकार का कोई राजनीतिक पार्टी का मतलब नहीं है, जो नाम लिस्ट में ऊपर थे उनको रिहा कर दिया गया है। पंचायत में विवाद विपक्ष के लोगों की साजिश रही है। लोगों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काकर विपक्ष जातियों में बांटने का काम कर रहा है। व्यवस्था बिगड़ती देख पुलिस के स्तिथि संभाली जिस कारण कुछ निर्दोष लोगों को जेल भेजा गया सभी की जमानत हो गई है। जमानत के बाद राजनीतिक पार्टियों में मची क्रेडिट लेने की होड
गुर्जर नेताओं की जमानत होने के बाद अब पार्टियों में इसका क्रेडिट लेने की होड़ मच गई है। सपा और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर अपने-अपने नेताओं और दलों को इस जमानत का क्रेडिट दे रहे हैं। दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर खुद क्रेडिट लेने के लिए पोस्ट शेयर की है। जिसमें आजाद समाज पार्टी के नेता इसे चंद्रशेखर रावण के मेरठ जेल में जाने के बाद बैकफुट पर आया प्रशासन कह रहे हैं। शुक्रवार को रालोद के बिजनौर सांसद चंदन चौहान जेल में बंद नेताओं से मिलने पहुंचे थे। इससे पहले लोनी से भाजपा के सांसद नंदकिशोर गुर्जर, सपा के सरधना विधायक अतुल प्रधान और मेरठ दक्षिण सीट से विधायक राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर भी जेल में गुर्जर नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। उधर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मेरठ पुलिस, प्रशासन से इस मामले में बात की थी। आज शुक्रवार को सभी नेताओं को जमानत दी गई है। वहीं जमानत का आदेश आने के बाद जेल के बाहर सिक्योरिटी बढ़ाई गई है। काफी पुलिसबल तैनात किया गया है। बेरिकेडिंग भी लगाई गई है। नंदकिशोर गुर्जर ने सीएम योगी को जताया आभार गाजियाबाद के लोनी सीट से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गुर्जर नेताओं की जमानत मिलने पर सीएम योगी को आभार जताया। कहा ये सत्य की जीत है। जो जेहादी लोग माहौल खराब करना चाहते थे उन्होंने महापंचायत में हंगामा कर निर्दोषों को फंसाया है वो बख्शे नहीं जाएंगे। हमने स्वयं जेल में अपने समाज क ेलोगों से मुलाकात कर आदरणीय सीएम योगी को इससे अवगत कराया था। जिसके फलस्वरूप सभी निर्दोेष बाहर आएं हैं।
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