कुणाल और रूपल को राज्यपाल का स्पेशल तोहफा:नेशनल खेल प्रतियोगिता में मिला था मेडल, राज्यपाल ने दिए 50-50 हजार रुपये का ईनाम

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सोमवार को प्रयागराज में थीं। यहां उन्होंने प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय और उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। राज्यपाल ने शिक्षा की अलख जगाने वाले हर क्षेत्र में जुड़े लोगों का हौसला बढ़ाया। वहीं, खेल को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कुणाल और रूपल यादव काे भी सम्मानित किया। दोनों राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल किया थाा। राज्यपाल ने मंच पर बुलाकर 50-50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया। इन दोनों के लिए यह राज्यपाल का दिया गया स्पेशल तोहफा रहा। रूपल ने कहा, वह मार्च में रोइंग प्रतियोगिता में चंड़ीगढ़ में शामिल हुई थी जिसमें मुझे ब्रांज मेडल मिला था। बीए के छात्र कुनाल ने कहा, यह मेरे लिए अनमोल तोहफा है। आंगनबाड़ी व परिषदीय विद्यालयों के बच्चों से मिलीं एक तरफ मेधावियों को मेडल दिया तो वहीं दूसरी तरह उनके कुछ शिक्षकों को भी उन्होंने मंच पर बुलाकर सम्मानित किया। शिक्षा की सबसे निचले पायदान पर काम करने वालीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया और परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों और छात्रों को भी सम्मान दिया। उन्हें स्कूल बैग दिया और मंच पर उनकी प्रस्तुति पर उन्हें अपने पास बुलाया और चाकलेट देकर फोटो भी खिंचवाई। आंगनबाड़ी केंद्रों पर क्या है कमी, यह भी देखें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने दीक्षांत समारोह में आंगनबाड़ी केंद्रों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, सिर्फ विश्वविद्यालयों में ही नहीं बल्कि आंगनबाड़ी केंद्रों को भी मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कुलपति प्रो . अखिलेश सिंह से कहा, कि वह अपने शिक्षकों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजें और देखें कि क्या कमी है?। इसके बाद DM को इसकी जानकारी दें ताकि इसमें वह सुधार करा सकें।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर