इरफान सोलंकी जेल में रहेंगे या रिहा होंगे आज फैसला:24 महीने से जेल में हैं पूर्व विधायक, हाईकोर्ट ने 2 सितंबर को रिजर्व किया था आदेश
कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत अन्य आरोपितों की गैंगस्टर एक्ट में जमानत याचिका पर आज गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में फैसला सुनाया जाएगा। न्यायमूर्ति समीर जैन की अदालत ने 2 सितंबर को सुनवाई पूरी कर निर्णय सुरक्षित कर लिया था। फैसले से यह तय होगा कि वह जेल में ही रहेंगे या आज़म खान की तरह रिहा होंगे। गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में हाईकोर्ट की जस्टिस समीर जैन की एकल पीठ आज दोपहर 2 बजे फैसला सुनाएगी। यदि जमानत मंजूर होती है, तो इरफान सोलंकी को जेल से रिहाई मिल सकती है।
गौरतलब है कि इरफान सोलंकी और उनके साथियों को जेल में बंद हुए 24 महीने हो गए हैं। इस समय इरफान सोलंकी महाराजगंज जेल में बंद हैं। एक साथ हुई तीनों आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई हाईकोर्ट में इरफान सोलंकी, रिजवान सोलंकी और इसराइल आटेवाला, तीनों की जमानत याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई हुई। राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल और अपर शासकीय अधिवक्ता ने जमानत का विरोध किया। वहीं, इरफान सोलंकी की ओर से अधिवक्ता इमरान उल्लाह ने पक्ष रखा। समानता के आधार पर जमानत की मांग, सरकार ने जताया विरोध याचीगण के वकीलों का कहना था कि इसी प्रकरण में अन्य सह आरोपियों को जमानत मिल चुकी है, इसलिए इनके मुवक्किलों को भी समानता के सिद्धांत (parity) के आधार पर जमानत दी जानी चाहिए।हालांकि, सरकारी वकीलों ने विरोध करते हुए कहा कि याचीगण मुख्य अभियुक्त हैं, इसलिए वे समानता के लाभ के पात्र नहीं हैं। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने निर्णय सुरक्षित कर लिया था, जिसे आज सुनाया जाएगा। अब गैंगस्टर एक्ट का पूरा मामला जानिए अब उस मामले को जानिए, जिसमें इरफान को 7 साल की सजा हुई पिछले साल 7 जून को इरफान सोलंकी को कानपुर की MP-MLA कोर्ट ने जाजमऊ आगजनी केस में 7 साल की सजा सुनाई थी। 30 हजार 500 का जुर्माना भी लगाया गया था। इरफान के भाई रिजवान सोलंकी के अलावा उसके साथियों इजराइल आटावाला, मो. शरीफ और शौकत अली को भी 7 साल की सजा सुनाई गई थी। जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत अन्य गुंडों पर पड़ोसी महिला नजीर फातिमा का प्लॉट में बने अस्थायी घर फूंकने का आरोप था। नजीर फातिमा ने 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में इरफान, रिजवान समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था, 7 नवंबर 2022 को रात 8 बजे उसका परिवार भाई की शादी में गया था। तभी रिजवान सोलंकी, इरफान सोलंकी और उनके साथियों ने घर में आग लगा दी। साजिश के तहत ऐसा किया गया, जिससे वह घर छोड़कर भाग जाए और विधायक परिवार उस पर कब्जा कर ले। आग से गृहस्थी, फ्रिज, टीवी, सिलेंडर और बाकी सामान जल गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जाजमऊ पुलिस ने जांच शुरू की। इसमें सामने आया कि शौकत, शरीफ और इजराइल आटावाला, अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना भी इस केस में शामिल थे। इरफान को इसी केस में 7 साल की सजा हुई। इरफान की 30 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी
गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद इरफान और उनके गैंग की करीब 30 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की गई। साथ ही इरफान के 5 ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी। जिसमें संपत्तियों की लंबी फेहरिस्त मिली है। वहीं, जब इरफान कानपुर जेल में बंद थे, तब अखिलेश यादव उनसे मिलने गए थे। इसके बाद उन्हें महराजगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया। 17 साल विधायक रहे इरफान सोलंकी
इरफान सोलंकी राजस्थान के अजमेर में 5 जून, 1979 को हाजी मुश्ताक सोलंकी के घर जन्मे। राजनीति इरफान को विरासत में मिली है। उनके पिता मुश्ताक सोलंकी मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी रहे हैं। अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए सोलंकी ने पहली बार साल 2007 में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आर्य नगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा। वह इस चुनाव में सपा को जीत दिलाने में सफल रहे। इसके बाद 2012 में और 2017 की मोदी लहर में भी सोलंकी को कोई हरा नहीं पाया। दोनों ही चुनाव में वह सपा के टिकट पर सीसामऊ सीट से चुनाव लड़े थे। 2022 में भी सोलंकी को इसी सीट पर जीत मिली थी। साल 2003 में इरफान सोलंकी की नसीम सोलंकी के साथ शादी हुई थी, जिससे उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं। पेशे से कारोबारी इरफान सोलंकी का लेदर का कारखाना भी है। मोदी लहर में भाजपा जीत नहीं सकी सीट
मोदी लहर और भाजपा के गढ़ कानपुर में 2017 के चुनाव में भी इस सीट को भेद नहीं सकी थी। इरफान सोलंकी लगातार तीसरी बार विधायक बने थे। इसके बाद वह चर्चा में आए थे कि मोदी लहर में भी लगातार तीसरी बार इरफान सोलंकी विधायक बने और फिर 2022 में चौथी बार भी चुनाव जीते, भाजपा की कड़ी मशक्कत और मेहनत का नतीजा यह रहा था कि जीत का अंतर कम हो गया था। करीब 12 हजार वोट से इरफान ने जीत हासिल की थी। —————- ये खबर भी पढे़ं… यूपी के भाजपा नेता और साथी का राजस्थान में मर्डर:सस्ता जनरेटर देने के बहाने बुलाया, हत्या करके कुएं में फेंकीं लाशें; भाई IRS-PCS बलिया के भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष और उनके साथी की राजस्थान में हत्या कर दी गई। ठगों ने सस्ता जेनरेटर देने का झांसा देकर बुलाया और रुपए लूटकर हत्या कर दी। शवों को अलग-अलग कुओं में फेंक दिया। पढ़ें पूरी खबर..
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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