सहारनपुर में सफाई कर्मचारियों का विरोध:57 साल पुराने आवंटित मकानों पर मालिकाना हक की मांग

सहारनपुर नगर निगम परिसर में बुधवार को सफाई कर्मचारियों ने नगर आयुक्त के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने आयुक्त पर तानाशाही रवैया अपनाने और उन्हें बेघर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। तीन घंटे तक चले इस धरने में कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए नगर आयुक्त का घेराव किया। इस आंदोलन को समाजवादी पार्टी के नगर विधानसभा प्रभारी एवं नगर निगम पार्षद अभिषेक टिंकू अरोड़ा सहित कई पार्षदों का समर्थन मिला। प्रदर्शन के दौरान टिंकू अरोड़ा ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के कारण ही नगर निगम स्वच्छता रैंकिंग में 16वें नंबर पर पहुंचा है। इसके बावजूद निगम अधिकारी कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाजवादी सरकार आने पर सफाई कर्मचारियों को सम्मान के साथ रखा जाएगा। कर्मचारियों ने बताया कि वर्ष 1965 में तत्कालीन राज्यपाल के आदेश पर जनता रोड स्थित बाल्मीकि कॉलोनी में 100 मकान सफाई कर्मियों को आवंटित किए गए थे। नगर पालिका परिषद के माध्यम से बने इन मकानों पर सरकार ने अनुदान भी दिया था। उस समय की पालिका अध्यक्ष राजदुलारी और विधायक लालकृष्ण गांधी ने भी कर्मचारियों को मालिकाना हक दिलाने का मुद्दा उठाया था।बोर्ड प्रस्ताव और सरकार से आदेश आने के बावजूद कर्मचारियों को अब तक उनका हक नहीं मिला। कर्मचारियों का आरोप है कि मौजूदा नगर आयुक्त ने नोटिस जारी कर अब मकान तोड़ने और उन्हें बेघर करने की योजना बनाई है। उनका कहना है कि सरकार ने मकान बांटकर मालिकाना हक देने की बात कही थी,लेकिन आयुक्त बुलडोजर की कार्रवाई कर तानाशाही दिखा रहे हैं। सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं की गईं और मकानों का मालिकाना हक नहीं दिया गया तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों में भारी आक्रोश दिखाई दिया। निगम प्रशासन और सफाई कर्मचारियों के बीच टकराव गहराने से आने वाले दिनों में नगर निगम की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है। इस दौरान ब्रज मोहन चनालिया,सोनी आजद, धीरज आजद,रघुवीर चंदल, राजकुमार, बिरला,जसवीर वाल्मीकि,विनोद घावरी,पूर्व जिला अध्यक्ष ब्रज मोहन सूद, समजवादी पार्टी इसार चौधरी, पार्षद टिंकू अरोड़ा,अब्दुल वाहिद,भीम आर्मी सन्नी गोतम आदि लोग मौजूद रहे।

Read More

Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर