लखनऊ नगर निगम पर किसानों का प्रदर्शन-भोजन बनाया:किसानों के पहुंचने पर मुख्यालय में लगा ताला, किसान बोले- 14 दिनों बाद महापौर ने मांगे मान लिया

लखनऊ नगर निगम मुख्यालय पर बड़ी संख्या में किसानों का प्रदर्शन। मुख्यालय पर किसानों ने चूल्हा जलाकर भोजन पकाना शुरू कर दिया। दूसरी ओर किसान ढोल मंजीरा बजा कर अवधी गीत गाते हुए नजर आए। दरअसल किसान विगत 14 दिनों से अपने पशुओं को छुड़ाने के लिए नगर निगम पर धरना दे रह थे। ‘किसानों की भैंस खुलवाई गई’ किसान नेता तौकीर ने कहा कि लखनऊ में जो किसान भैंस पाले हुए थे नगर निगम के कर्मचारी उनके घर पहुंचकर भैंस खुलवा लाए थे। इसके बाद हमने अधिकारियों से बात करके भैंस वापस मांगने की बात कही तो जुर्माना लगा दिया गया । जिसके बाद नाराज किसान 14 दिनों से नगर निगम मुख्यालय पर आंदोलन कर रहे थे। आज हम लोगों ने महापंचायत का आवाहन किया था। जिसकी सूचना मिलते ही नगर निगम मुख्यालय के सभी मुख्य द्वारों पर विभाग की ओर से ताला लगा दिया गया। तो हम सभी लोग नगर निगम मुख्यालय के सामने बैठ गए भोजन बनाया और खाने लगे। महापौर ने मांगे मानी तौकीर ने कहा कि किसानों का आंदोलन चल ही रहा था इसी बीच महापौर ने अपने जन्मदिन पर बड़ा दिल दिखाया और हमारी मांग मान लिया। किसानों के पशुओं को निशुल्क छोड़ने का महापौर ने निर्देश जारी कर दिया। हम महापौर को दिल से धन्यवाद देते हैं , जन्मदिन की बधाई देते है की उन्होंने हमारी बात मान ली। मांग पूरी होने पर प्रदर्शन धन्यवाद में बदल गया। ’14 दिनों का संघर्ष किसानों की जीत’ किसानों ने कहा आज मुख्यमंत्री आवास की तरफ कूच करने का मन बना लिया था। यह हमारे किसान संगठन की ताकत है किसान भाइयों के संघर्ष की लड़ाई थी जो सफलता मिली। 14 दिनों के बाद हमने जीत हासिल कर लिया और नगर निगम को अपनी बात मनवाने पर मजबूर कर दिया । हम सभी किसान यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हमारी खिलाफ कहीं भी अगर कोई कठोर कदम उठाया जाएगा , आसंवैधानिक कार्रवाई होगी तो हम उसके खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे और जीत हासिल करेंगे। 14 दिनों के बाद मिली सफलता से तमाम किसान खुश है।

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Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर