अरवल में 31 दिसंबर को जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को कमजोर करने के केंद्र सरकार के प्रयासों के खिलाफ एक पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह पदयात्रा श्रीकृष्ण आश्रम अरवल से शुरू होकर गांधी पुस्तकालय स्थित गांधी प्रतिमा तक निकाली गई। डॉ. धनंजय शर्मा के नेतृत्व में हुई इस पदयात्रा में कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में महात्मा गांधी की तस्वीरें ले रखी थीं। वे “महात्मा गांधी के विचारों की हत्या करना बंद करो” जैसे नारे लगाते हुए शहर की सड़कों पर निकले और केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया। भाजपा को गांधीजी से एलर्जी- जिलाध्यक्ष इस अवसर पर जिलाध्यक्ष डॉ. धनंजय शर्मा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार न केवल महात्मा गांधी से ‘एलर्जी’ रखती है, बल्कि ‘नकली राष्ट्रवाद’ का चोला पहनकर भारत की अर्थव्यवस्था को खोखला कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मजदूरों का शोषण कर रही है, जो देश के श्रमिकों के हित में नहीं है। सरकार पर मजदूर विरोधी होने का आरोप कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रतिनिधि निसार अख्तर अंसारी ने भाजपा सरकार को मजदूर विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने मजदूरों के हित में मनरेगा कानून बनाया था, जिसमें 100 दिन के काम की गारंटी थी। हालांकि, भाजपा सरकार ने कभी भी मजदूरों को 100 दिन का काम नहीं दिया और अब काम की गारंटी ही खत्म कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना से महात्मा गांधी का नाम भी हटा दिया गया है। मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने की मांग अंसारी ने भारत सरकार से मनरेगा को जल्द से जल्द बहाल करने और मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने की मांग की। पदयात्रा में जिलाध्यक्ष डॉ. धनंजय शर्मा, कोषाध्यक्ष निसार अख्तर अंसारी, उपाध्यक्ष कामेश्वर शर्मा, जावेद अख्तर, मो. नवाजिश, इमरान सिद्दीकी, भोलानाथ गोस्वामी, आनंदी राम सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।
https://ift.tt/XvmOFtb
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply