वाराणसी की साइबर क्राइम ब्रांच ने 9 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। पकड़े गए सभी अपराधी आम जन मानस को फर्जी ऐड के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर फ्राड करवाते थे। साइबर क्राइम पुलिस ने 9 शातिरों को गैंग के सरगना के साथ गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे मे भारी मात्रा मे मोबाइल, एटीएम, सिमकार्ड, बैंक अकाउंट, लैपटाप, पीली धातु तथा 4,88,920 रूपया नकदी बरामद किया गया है। फिलहाल पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है। एडीसीपी ने बताया जिस समय इन्हे पकड़ा गया ये सभी नए साल का सेलिब्रेशन करने के लिए गोवा जाने वाले थे। गांधीनगर लंका में चल रहा था फर्जी काल सेंटर
एडीसीपी साइबर क्राइम नीतू कादयान ने बताया – डीसीपी क्राइम सरवणन टी के निर्देश के क्रम में लगातार साइबर अपराधियों की नकेल कसी जा रही है। इसी क्रम में वाराणसी की साइबर क्राइम पुलिस को जानकारी हुई की लंका थाना क्षेत्र के गांधीनगर इलाके में कुछ लोग फर्जी काल सेंटर चला रहे हैं और निवेश के नाम पर बड़े स्तर पर साइबर फ्राड किया जा रहा है। इसपर प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम गोपाल जी कुशवाहा के नेतृत्व में साइबर क्राइम टीम बनाई गई थी। मुखबिर की सूचना पर हुई छापेमारी
एडीसीपी ने बताया – मुखबीर की सूचना पर गांधीनगर, लंका के एक मकान में छापेमारी की गई तो वहां से 9 लोगों को हिरासत में लिया गया। उनके पा से दो थार कार के साथ ही साथ लैपटॉप और नकदी भी बरामद हुई है। पकड़े गए अपराधियों में सभी जौनपुर के रहने वाले हैं। इन सभी ने शेयर ट्रेडिंग के लिए कई सारे ग्रुप बना रखे थे वॉट्सऐप और टेलीग्राम पर। वहां लोगों को निवेश के नाम पर मुनाफे का झांसा देकर उसके अकाउंट को खाली कर देते थे। यहां से लेकर दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, तमिलनाडू हर जगह के लोगों ने इन्हे निवेश के नाम पर चूना लगाया है। सभी जौनपुर के रहने वाले
एडीसीपी नीतू कादयान ने बताया – सभी पकड़े गए साइबर अपराधी शोमिल मोदनवाल, निवासी उर्दू बाजार जौनपुर, अभय मौर्या निवासी हुसैनाबाद, जौनपुर, अमित सिंह निवासी ग्राम पकड़ी, सरायख्वाजा, जौनपुर, कृष्णा विश्वकर्मा निवासी ग्राम बढ़ईटोला, जौनपुर, अभिषेक तिवारी निवासी महमदपुर जौनपुर, शिवा वैश्य निवासी बड़ी मस्जिद, जौनपुर, अमन मौर्या निवासी पदमपुर, थाना जौनपुर, विजय कुमार निवासी सिपाह थाना जौनपुर और सुजल चौरसिया ग्राम साहबुद्दीनपुर थाना कोतवाली जौनपुर के रहने वाले हैं। गोवा जाने की कर रहे थे तैयारी
एडीसीपी ने बताया – बीती रात जब छापेमारी कर इन्हे पकड़ा गया तो सभी गोवा जाने की तैयारी कर रहे थे। इन्हे वहां नए साल का जश्न मनाने के लिए सब बुकिंग करवा ली थी लेकिन सभी को पकड़ लिया गया। सभी को बीएनएस की धारा 318(2), 318(4), 61(2), 317(2) BNS 66C, 66D IT Act में जेल भेजा जा रहा है। अब जानिए साइबर अपराधियों का अपराध करने का तरीका…
घटना में संलिप्त साइबर अपराधियों द्वारा सर्वप्रथम वेल-स्टेबलिस्ट कम्पनियों के नाम का प्रयोग कर META, GOOGLE आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ADs लगाया जाता है। जिसके माध्यम से वह लोग आम जनमानस का डेटा प्राप्त करते है फिर इन्ही डेटा का प्रयोग कर लोगो को Calling कर विभिन्न प्रकार का आफर देते हुए अपने आप को Trading Expert बताते हुए आम लोगो को अपने झासे में फंसा लिया जाता है तथा उनका Demat Account का Login ID Password प्राप्त कर लेते है। म्यूल खातों में भेज देते थे पैसा एडीसीपी के अनुसार – पकड़े गए अपराधी ब्रोकरेज का फायदा कमीशन लेने के उद्देश्य से ढेर सारा ट्रांजैक्शन (Buy Sell) किया जाता है और लोगों को नुकसान करवा दिया जाता है। इसके अतिरिक्त जब व्यक्ति के Demat Account की हैंडलिंग इन साइबर अपराधियों के पास चला जाता है तो उसमे मौजूद पैसों को यह लोग फर्जी म्यूल बैंक खातों मे ट्रांसफर कर निकाल लिया जाता है।
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