साल 2025 बरेली के लिए बदलाव और विकास का साल रहा। धार्मिक पहचान से लेकर रोजगार, खेल, संस्कृति और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तक बरेली ने कई बड़ी छलांग लगाई। योगी सरकार के फोकस और स्मार्ट सिटी मिशन ने शहर की तस्वीर बदलने का काम किया। 1. नाथ नगरी कॉरिडोर से धार्मिक पर्यटन की नई पहचान साल 2025 में बरेली को नाथ नगरी के रूप में प्रदेश और देश में नई पहचान मिली। योगी सरकार ने नाथ नगरी कॉरिडोर के लिए लगभग 231 करोड़ रुपये की परियोजना को रफ्तार दी। 36 किलोमीटर लंबे इस टूरिज्म सर्किट में 7 प्राचीन नाथ मंदिरों को जोड़ा जा रहा है। सड़कों का चौड़ीकरण, नई लाइटिंग, घाटों का सौंदर्यीकरण और इलेक्ट्रिक बस सेवा इसे काशी-मथुरा की तर्ज पर विकसित कर रही है।
अलखनाथ, त्रिवटीनाथ, तपेश्वरनाथ, धूपेश्वरनाथ, मढ़ीनाथ, वनखंडीनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर इस कॉरिडोर का केंद्र हैं। 2. यूनानी मेडिकल कॉलेज से मंडल को मिला पहला तोहफा हजियापुर में लगभग 130 करोड़ की लागत से बना राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज और 100 बेड का अस्पताल साल 2025 की बड़ी उपलब्धि रहा।
यह रुहेलखंड मंडल का पहला यूनानी मेडिकल कॉलेज है, जिससे पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को नई पहचान मिली। कॉलेज का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
हालांकि कॉलेज का संचालन अभी पूरी तरह शुरू नहीं हो पाया, लेकिन हेल्थ एजुकेशन के क्षेत्र में यह बरेली के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। 3. अर्बन हाट से बरेली की कला और संस्कृति को मिला मंच रामपुर गार्डन में करीब 158 करोड़ की लागत से विकसित अर्बन हाट ने बरेली को यूपी का पहला ऐसा आधुनिक सांस्कृतिक केंद्र दिया।
यहां जरी-जरदोजी, हथकरघा, स्थानीय व्यंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम एक ही परिसर में देखने को मिलते हैं। ओपन-एयर एम्फीथिएटर, फूड कोर्ट और 30 मीटर ऊंचा फेरिस व्हील अर्बन हाट को परिवारों के लिए नया आकर्षण बना रहा है। 4. आईटी पार्क से युवाओं को मिलेगा लोकल रोजगार सीबीगंज के खलीलपुर गांव में बन रहा आईटी पार्क साल 2025 में निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया।
करीब 18 करोड़ की लागत से बन रहे इस आईटी पार्क का 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
आईटी और एआई सेक्टर की कंपनियों को यहां तीन साल तक किराये में छूट दी जाएगी, जिससे हजारों युवाओं को बरेली में ही रोजगार मिलने की उम्मीद जगी है। 5. रायफल क्लब से खेल प्रतिभाओं को नई उड़ान सिविल लाइंस में स्मार्ट सिटी के तहत 11.23 करोड़ से बने अत्याधुनिक रायफल क्लब का शुभारंभ साल 2025 में हुआ।
10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर शूटिंग रेंज से लैस यह क्लब बरेली और आसपास के जिलों के शूटर्स के लिए बड़ी सौगात है।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने उद्घाटन के दौरान इसे अनुशासन, एकाग्रता और राष्ट्रभक्ति से जोड़ने वाला प्रोजेक्ट बताया। 6. जीआईसी ऑडिटोरियम से मिला आधुनिक सभागार सिविल लाइंस स्थित 400 सीटर जीआईसी ऑडिटोरियम बरेली स्मार्ट सिटी की बड़ी उपलब्धियों में शामिल रहा।
यह सभागार शादियों, कॉर्पोरेट इवेंट, सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर के रूप में उपयोग हो रहा है।
120 कारों की अंडरग्राउंड पार्किंग और आधुनिक सुविधाओं ने इसे शहर का प्रीमियम वेन्यू बना दिया। 7. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से बदली शहर की सूरत साल 2025 में बरेली स्मार्ट सिटी मिशन के कई प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे।
नई सड़कें, स्मार्ट लाइटिंग, चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण और सार्वजनिक स्थलों का विकास हुआ।
सिविल लाइंस, चौपुला और प्रमुख बाजार क्षेत्रों में ट्रैफिक मैनेजमेंट पहले से बेहतर नजर आया। 8. सड़क और ट्रैफिक इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार बरेली में 2025 के दौरान कई प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण हुआ।
शहर के एंट्री प्वाइंट्स, ओवरब्रिज और रिंग रोड कनेक्टिविटी ने यातायात को पहले से सुगम बनाया।
इससे व्यापार और इंडस्ट्रियल मूवमेंट को भी गति मिली। 9. पर्यटन को बढ़ावा देने की ठोस पहल नाथ नगरी कॉरिडोर, अर्बन हाट और धार्मिक स्थलों के विकास से बरेली का टूरिज्म मैप मजबूत हुआ।
2025 में प्रशासन ने बरेली को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन हब के रूप में स्थापित करने की रणनीति पर काम किया।
होटल, रेस्टोरेंट और लोकल कारोबार को इसका सीधा फायदा मिला। 10. योगी सरकार की विकास प्राथमिकता में बरेली साल 2025 में बरेली को करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात मिली।
चाहे हेल्थ, एजुकेशन, खेल, आईटी या धार्मिक पर्यटन-हर सेक्टर में सरकारी निवेश बढ़ा।
इसी वजह से 2025 को बरेली के लिए “विकास की नींव मजबूत करने वाला साल” माना जा रहा है।
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