राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) रामनगर भड़सरा ने शंकरगंज स्थित उमानाथ सिंह हायर सेकेंडरी स्कूल में एक हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में सनातन धर्म के महत्व, राष्ट्र निर्माण में एकजुटता और सामाजिक सद्भाव जैसे विषयों पर वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। गौतम शुक्ल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू धर्म सनातन है और यह प्रकृति पूजक है। उन्होंने घर में बड़ों का सम्मान, परोपकार, धर्म का आचरण और सत्य बोलने जैसे मूल्यों को व्यवहार में लाने पर जोर दिया। डॉ. निशा मौर्य ने बच्चों को संस्कारित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि देश को आगे ले जाने में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है और उन्हें बच्चों को शिक्षित करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि संघ महिलाओं की समानता के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। त्रिभुवन राम ने अपने संबोधन में कहा कि जब-जब हिंदू धर्म असंगठित रहा, तब-तब देश का विभाजन हुआ। उन्होंने समाज को एकजुट रहने का आह्वान किया ताकि देश सुरक्षित और विकसित हो सके। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए भेदभाव समाप्त करने को आवश्यक बताया और सनातन धर्म को सर्वश्रेष्ठ कहा। डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 100 वर्षों से हिंदू धर्म, संस्कृति और राष्ट्रहित में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करना, धर्म का आचरण करना, पर्यावरण को सुरक्षित रखना और आपस में बंधुत्व का भाव बनाए रखना है। अध्यक्षीय संबोधन में इंजीनियर शिवेंद्र प्रताप सिंह ने सभी से राष्ट्रहित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ का भाव केवल हिंदू धर्म में ही निहित है और सभी को संघ के साथ मिलकर देश के लिए कार्य करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन आशुतोष मिश्र ने किया। इस अवसर पर वीरेंद्र मौर्य (विभाग शारीरिक प्रमुख), अजय पाठक (जिला प्रचार प्रमुख), हर्ष सिंह (खंड कार्यवाह), अद्या प्रसाद सिंह, राजेश प्रधान, योगेश सिंह, चंद्र प्रकाश मिश्र सहित कई महिलाएं और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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