गाजीपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने डायल 112 पीआरवी के क्षतिग्रस्त होने के मामले में कड़ा कदम उठाया है। इस प्रकरण में चालक आरक्षी सुनील कुमार सिंह और आरक्षी दिवेंदु को लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। लाइन हाजिर होने के बाद दोनों आरक्षियों ने पुलिस लाइन में आमद दर्ज कराई। उन्होंने क्षतिग्रस्त पीआरवी 112 से गायब एमडीटी (मोबाइल डेटा टर्मिनल) समेत अन्य उपकरण भी जमा करा दिए हैं। घटना के दस दिन बीत जाने के बावजूद लाखों रुपये की लागत से खरीदी गई नई स्कॉर्पियो पीआरवी 112 की मरम्मत अब तक नहीं हो सकी है। क्षतिग्रस्त वाहन आज भी रेवतीपुर थाना परिसर के एक कोने में खड़ा है, जो विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। यह घटना जमानियां सर्किल अंतर्गत रेवतीपुर थाना क्षेत्र में हुई थी। यह घटना बीते 18 दिसंबर की देर शाम हुई थी। डायल 112 के बेड़े में शामिल नई स्कॉर्पियो (नंबर यूपी 32 डीजी 7885) पर तैनात चालक आरक्षी सुनील कुमार सिंह और आरक्षी दिवेंदु ड्यूटी से लौट रहे थे। तारीघाट–बारा नेशनल हाईवे 124-सी पर रेवतीपुर गांव के पास किसी अज्ञात वाहन से उनकी जोरदार भिड़ंत हो गई, जिससे पीआरवी 112 का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। आरोप है कि दुर्घटना के बाद दोनों आरक्षियों ने मामले को छिपाने की कोशिश की। उन्होंने क्षतिग्रस्त वाहन को चुपचाप थाना परिसर में खड़ा कर दिया और एमडीटी सहित अन्य जरूरी उपकरण लेकर मौके से गायब हो गए। उच्चाधिकारियों तक जानकारी पहुंचने पर पुलिस महकमे में खलबली मच गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर रेवतीपुर थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। प्रभारी निरीक्षक राजू दिवाकर ने बताया कि पीआरवी में तैनात दोनों आरक्षियों को पुलिस अधीक्षक द्वारा लाइन हाजिर किया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच और विस्तृत छानबीन जारी है। साथ ही, क्षतिग्रस्त पीआरवी 112 की मरम्मत शीघ्र कराए जाने की कार्रवाई भी की जा रही है।
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