लखनऊ में बुधवार को 2 हजार लोगों ने नशे का विरोध किया । शहीद स्मारक से हज़रतगंज गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाला । पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर की अगुवाई में मार्च निकाला गया। नशा मुक्ति यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। ‘नशमुक्त युवा फार विकसित भारत’ के तहत नशा के प्रति समाज को जागरूक किया । ‘नशा नाश कि जड़ है , युवाओं नशे से दूर रहो’ नारा लगाया ‘नशा अंतर्राष्ट्रीय साजिश है’ कौशल किशोर ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी तेजी से नशे के चपेट में आ रही है। अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत हिंदुस्तान में विभिन्न प्रकार के ड्रग्स और नशीले पदार्थ की स्मगलिंग की जा रही है। नशे के कारण बड़ी संख्या में युवक और युक्तियां मौत के मुंह में जा रही है। जो ताकते हमारी सेना से नहीं लड़ पा रही है वो नशे का सहारा लेकर युवाओं को बर्बाद कर रही है 2020 में शराब के कारण मेरे बेटे की मौत हुई। इसके बाद हम लोग राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। 2047 तक भारत बनेगा नशा मुक्त देश कौशल किशोर ने कहा कि पीएम मोदी ने यह घोषणा किया है कि वर्ष 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर विकसित भारत , आत्मनिर्भर भारत के साथ हम लोग नशा मुक्त भारत का बनाएं। पीएम मोदी के नशा मुक्त भारत अभियान के तहत लगातार काम कर रहे हैं। नए वर्ष के आगमन पर नशा का व्यापार तेजी से सफलता-फूलता है। युवा पीढ़ी को लालच देकर न्यू ईयर की पार्टी में नशे के मुंह में धकेला जाता है । हमारा प्रयास है कि इस बार किसी भी युवक को इस दलदल में न जाने दे और सबको नशा मुक्ति से जोड़ें। ‘नए साल पर मधुशाला नहीं मंदिर जाये’ कौशल किशोर ने कहा कि नए साल पर बार और लॉन्ज न जाए । नई सुबह कि शुरुआत धार्मिक स्थलों पर जाएं मंदिर जाएँ , गुरुद्वारा जाएं ,मस्जिद जाएं नए साल की शुरुआत अच्छे काम से होनी चाहिए । शराब पीने से चरस – गांजा लेने से नहीं होनी चाहिए । प्रतिवर्ष 20 लाख से अधिक लोगों की कैंसर से मौत होती है । ये आंकड़े बेहद डरावने है । जबकि देश की कुर्बानी में 4 लाख 32 हजार लोगों ने शहादत दिया । नशेड़ी व्यक्ति आर्थिक रूप से पूरा बर्बाद हो जाता है । आर्थिक चोट की वजह से परिवार बिखर जाता है इसलिए नाशे से दूरी बेहद जरूरी है।
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