गोरखपुर के पक्की बाग स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के संस्कार केंद्र की ओर से शिव मंदिर परिसर में ‘सप्त शक्ति संगम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस अवसर पर वक्ताओं ने बच्चों के सर्वांगीण विकास में संस्कारों की भूमिका को सर्वोपरि बताया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सेंट एंड्रयूज कॉलेज के कॉमर्स विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर स्निग्धा चटर्जी रहीं। उन्होंने कहा कि संस्कार ही व्यक्ति के चरित्र की नींव रखते हैं। संस्कार केंद्रों के माध्यम से बच्चों में भारतीय संस्कृति के बीज बोना विद्यालय का एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि परिवार ही संस्कारों की प्रथम पाठशाला है। यदि संकल्प शक्ति और दृढ़ इच्छाशक्ति हो, तो जीवन का कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में अंजलि शर्मा की उपस्थिति रही। अध्यक्षता सरस्वती शिशु मंदिर, महावीर पुरम की प्रधानाचार्या सुधा त्रिपाठी ने की। उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को आत्मसात करने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया। क्विज में दिखा महिलाओं का उत्साह कार्यक्रम में विशेष आकर्षण ‘ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी’ रही, जिसका संचालन विद्यालय की उप-प्रधानाचार्या रुक्मिणी उपाध्याय ने किया। इसमें उपस्थित मातृशक्ति ने अत्यंत उत्साह के साथ भाग लिया और प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा शांत किया। मातृ शक्ति को सम्मानित किया इस अवसर पर संस्कार केंद्र चलाने में विशेष योगदान देने वाली मातृ शक्ति संस्कार केंद्र संचालिका मंजू, अमिता सिंह और सरोज मिश्रा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मीरा श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर संस्कार केंद्र प्रमुख योगेंद्र पांडेय, संस्कार केंद्रों के छात्र- छात्रा, और सैकड़ों की संख्या में मातृशक्ति उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का समापन सभी मातृशक्ति को संकल्प दिलाने और राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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