बक्सर में यूपी और बिहार को जोड़ने वाले वीर कुंवर सिंह सेतु के नए पुल पर बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। पुल के फुटपाथ पर पड़ी एक जोड़ी चप्पल और उसके पास बैठे एक कुत्ते ने राहगीरों का ध्यान खींचा। कुत्ता बार-बार पुल की रेलिंग के पास जाकर नीचे गंगा नदी की ओर झांक रहा था, फिर इधर-उधर देख रहा था, मानो कुछ कहना चाह रहा हो। यह दृश्य देखते ही देखते लोगों के बीच चर्चा और चिंता का विषय बन गया। राहगीरों को हुआ अनहोनी का शक सुबह के समय जब पुल से गुजर रहे लोगों ने फुटपाथ पर चप्पल और पास में बैठे कुत्ते को देखा तो वे रुक गए। कुत्ता न तो वहां से हट रहा था और न ही किसी के बुलाने पर प्रतिक्रिया दे रहा था। वह लगातार उसी स्थान पर बैठा रहा, जहां से नीचे गंगा दिखाई देती है। लोगों को आशंका हुई कि कहीं कोई बड़ा हादसा तो नहीं हो गया। कुत्ते से खुला रहस्य स्थानीय लोगों ने काफी पूछताछ की और आसपास के इलाकों में जानकारी जुटाई। कुछ समय बाद पता चला कि यह कुत्ता उत्तर प्रदेश के भरौली गांव निवासी नंदू वर्मा का पालतू है। इसके बाद घटना से जुड़ी कड़ी जुड़ती चली गई। जानकारी सामने आई कि भरौली गांव निवासी 24 वर्षीय धनजी गुप्ता सुबह अपने पड़ोसी का कुत्ता लेकर टहलने निकले थे। गंगा में छलांग की आशंका प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, धनजी गुप्ता कुत्ते को लेकर वीर कुंवर सिंह सेतु तक पहुंचे थे। आशंका जताई जा रही है कि पुल के बीच फुटपाथ पर पहुंचकर उन्होंने अपनी चप्पल उतारी, कुत्ते को वहीं छोड़ा और गंगा नदी में छलांग लगा दी। जिस स्थान से छलांग लगाने की आशंका है, कुत्ता लगातार उसी दिशा में रेलिंग के नीचे मुंह करके बैठा रहा। कुत्ते का यह व्यवहार देखकर वहां मौजूद लोग भावुक हो उठे। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय घटना की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस मौके पर पहुंची। पुल पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई और तत्काल युवक की तलाश शुरू कर दी गई। गोताखोरों की मदद से गंगा नदी में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसी बीच धनजी गुप्ता के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे। चप्पल और कुत्ते को देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पारिवारिक हालात और मानसिक तनाव ग्रामीणों ने बताया कि धनजी गुप्ता, स्वर्गीय भरत गुप्ता के पुत्र थे। उनके पिता का निधन पहले ही हो चुका था, जबकि करीब तीन महीने पहले उनकी मां का भी देहांत हो गया था। माता-पिता के गुजरने के बाद से ही धनजी मानसिक तनाव में रहने लगे थे। वे चार भाइयों में एक थे और अविवाहित थे। आशंका जताई जा रही है कि पारिवारिक परिस्थितियों और मानसिक दबाव के चलते उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। कुत्ते की वफादारी ने नम की आंखें घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि जिस तरह कुत्ता अपने मालिक की प्रतीक्षा में वहीं बैठा रहा, वह दृश्य हर किसी को भावुक कर गया। लोग कुत्ते की वफादारी और समझदारी की चर्चा करते नहीं थक रहे थे। कई लोगों की आंखें नम हो गईं। तलाश जारी, इलाके में शोक समाचार लिखे जाने तक गंगा नदी में युवक का कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। पुल पर पड़ी चप्पल और वहां बैठा कुत्ता इस दर्दनाक घटना की खामोश गवाही दे रहे हैं। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है और एक बार फिर मानसिक तनाव और अकेलेपन के मुद्दे पर सोचने को मजबूर कर दिया है।
https://ift.tt/nPLigrH
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply