सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने मंगलवार को नौगढ़ विकास खंड की ग्राम पंचायत खजुरिया (नगवा) स्थित स्वास्तिक प्रेरणा लघु उद्योग का निरीक्षण किया। इस दौरान पोषाहार योजना में गंभीर लापरवाही सामने आई। जहां उत्पादन के मुकाबले वितरण बेहद कम पाया गया। निरीक्षण में पता चला कि इकाई ने 50 मीट्रिक टन पोषाहार का उत्पादन किया था, लेकिन जनपद के 198 आंगनबाड़ी केंद्रों में से केवल 26 केंद्रों पर ही 7 मीट्रिक टन पोषाहार वितरित किया गया था। जिलाधिकारी ने इसे शासन की महत्वाकांक्षी योजना में गंभीर लापरवाही मानते हुए कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इस लापरवाही पर तत्काल कार्रवाई करते हुए डीएम शिवशरणप्पा जीएन ने जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने का निर्देश दिया। उन्होंने योजना में रुचि न लेने को इसका कारण बताया। साथ ही, वितरण व्यवस्था में ढिलाई पाए जाने पर संबंधित बीएमएम (ब्लॉक मिशन मैनेजर) को तत्काल हटाने का भी आदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने डीसी एनआरएलएम और जिला कार्यक्रम अधिकारी को आपसी समन्वय स्थापित कर पोषाहार को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों तक समय पर पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद की सभी पोषाहार उत्पादन इकाइयों को पूरी क्षमता से काम करने और डीसी एनआरएलएम द्वारा इसकी नियमित निगरानी करने का भी आदेश दिया। निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव, डीसी एनआरएलएम देवनंदन दूबे, डीएमएम और बीएमएम उपस्थित थे। डीएम शिवशरणप्पा जीएन की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि शासन की योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पोषण व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है।
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