मिर्जापुर में नववर्ष के अवसर पर विंध्याचल धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। माता विंध्यवासिनी के दर्शन सुगम और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से नववर्ष पर माता के चरण स्पर्श पर रोक लगाई गई है। यह कदम भीड़ को नियंत्रित करने और भक्तों को बिना किसी अव्यवस्था के दर्शन कराने के लिए उठाया गया है। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने बताया कि हर साल नववर्ष पर देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु विंध्याचल धाम पहुंचते हैं। इस बार नववर्ष के साथ-साथ आगामी कुंभ मेले को देखते हुए भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में हीटर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, गंगा घाटों से लेकर धाम आने-जाने वाले प्रमुख मार्गों पर अलाव जलवाने की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु ठंड से बच सकें। यात्रियों के ठहरने के लिए रैन बसेरे भी संचालित किए गए हैं, जहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। विंध्याचल धाम परिसर, गंगा घाटों और प्रमुख मार्गों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही, भीड़ प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य श्रद्धालुओं को शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में माता विंध्यवासिनी के दर्शन कराना है। नववर्ष और कुंभ मेला अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए लगातार निगरानी की जा रही है और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें, सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग करें और संयम बनाए रखते हुए दर्शन करें, जिससे सभी भक्तों को सुगमता से माता के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो सके।
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