देहरादून में त्रिपुरा के छात्र ऐंजल चकमा की हत्या के मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के बाद अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। आयोग ने सरकार से पूर्वोत्तर के छात्रों की सुरक्षा में उठाए जा रहे कदम और ऐंजल चकमा की हत्या के मामले में अब तक की हुई जांच रिपोर्ट तलब की गई है। साथ ही आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को पूर्वोत्तर के छात्रों की सुरक्षा में उचित कदम उठाने के भी निर्देश दिए गए हैं। आयोग ने इस घटना को गंभीर मानते हुए कहा है कि छात्रों की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी तरह की लापरवाही मानवाधिकारों का उल्लंघन मानी जाएगी और इस पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है। मानवाधिकार आयोग के सदस्य ने जारी किया नोटिस राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने ऐंजल चकमा की हत्या के मामले में राज्य सरकार से अब तक की गई जांच की पूरी रिपोर्ट तलब की है। जबकि आयोग ने भविष्य में ऐसी घटना ना हो उसके लिए सरकार द्वारा किए जाए जा रहे प्रयासों का भी ब्योरा सरकार से मांगा है। यही नहीं आयोग ने मुख्य सचिव और राज्य के डीजीपी को उत्तराखंड में पढ़ने वाले पूर्वोत्तर के छात्रों को प्राथमिकता के साथ सर्वोच्च सुरक्षा देने के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं। घटना 9 दिसंबर 2025 की देहरादून के सेलाकुई मार्केट में ठेके के बाहर की है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग भी जारी कर चुका नोटिस मामले को लेकर नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट यूनियन ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग को पत्र लिखा था। आयोग ने संज्ञान लेते हुए 23 दिसंबर को एफआईआर दर्ज करने में कथित लापरवाही को लेकर उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक, देहरादून के डीएम और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया था। भाई बोला- चाइनीज, चिंकी और मोमोज कहा पुलिस को दी गई शिकायत में ऐंजल के भाई ने बताया कि वो कमरे से बाहर सेलाकुई में गए थे तभी कुछ युवक आए और उनपर कमेंट करने लगे। उन्हें चाइनीज, चिंकी और मोमोज जैसे शब्द बोले गए। जब दोनों भाइयों ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उनपर पहले कड़े से और फिर चाकुओं से हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में 14 दिसंबर को ही 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, हालांकि अभी तक मुख्य आरोपी फरार है। पांच में से दो आरोपी नाबालिग हैं जिन्हें बाल न्यायालय में पेश करने के बाद सुधार गृह भेज दिया गया है जबकि अन्य तीन आरोपी फिलहाल जेल में हैं जो अपनी जमानत याचिका भी कोर्ट में दाखिल कर चुके हैं। हालांकि तीनों की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। पुलिस ने छठे और मुख्य आरोपी की तलाश के लिए स्पेशल टीम का गठन कर दिया है साथ ही उसपर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी यज्ञ अवस्थी नेपाल का रहने वाला है। वारदात वाली रात यज्ञ ने ही ऐंजल पर चकमा पर चाकू से हमला किया था। इसके साथ ही उसी रात को वो नेपाल भाग गया था। सूत्र बताते हैं कि जिस छठे आरोपी यज्ञ अवस्थी की तलाश पुलिस की है वो नेपाल के कंचनपुर जिले के झलारी का रहने वाला था। हालांकि वह इन दिनों सेलाकुई इलाके में ही रहता था। 9 दिसंबर की रात वो समझ गया था कि चकमा की जिंदगी नहीं बचेगी, जिसके कारण वो डर के मारे उसी दिन नेपाल भाग गया। क्या है पूरा मामला… मार्केट गए तो गंदे कमेंट सुनने को मिले मृतक ऐंजल चकमा के छोटे भाई माइकल चकमा ने जो जानकारी पुलिस को दी है, उसके मुताबिक- देहरादून के सेलाकुई मार्केट में शाम करीब 6 से 7 बजे वह अपने भाई ऐंजल चकमा के साथ कुछ सामान लेने घर से निकले थे। दोनों भाई सेलाकुई में ही रहते थे। ऐंजल देहरादून की जिज्ञासा यूनिवर्सिटी में एमबीए फाइनल ईयर में था। जबकि माइकल उत्तरांचल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा था। दोनों मार्केट में पहुंचे है कि बाइक और स्कूटी पर आए कुछ युवक उनके पास पहुंचे। इन सभी लड़कों ने दोनों भाइयों पर कमेंट करना शुरू कर दिया। माइकल कहते हैं- हमें वो लोग लगातार हमें चाइनीज, चिंकी और मोमोज कहकर चिढ़ा रहे थे। ‘मैंने विरोध किया तो पीटने लगे, फिर भाई बीच में आया’ माइकल कहते हैं- वो लगातार हमें ये शब्द बोलते गए, पहले हमने इग्नोर किया लेकिन वो माने नहीं। जब मैंने उनका पूछा की क्या दिक्कत है क्यों ये सब बोल रहे हो तो उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। एक लड़के ने मुझे कड़े से मारा। मारपीट होती देख तुरंत ऐंजल बीच बचाव करने पहुंचे, फिर उन्होंने मुझे छोड़ ऐंजल को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। मैंने काफी कोशिश की उन्हें रोकने की लेकिन हम दोनों ही घिर चुके थे वो लगातार हम दोनों को ही मार रहे थे। ‘मैंने विरोध किया तो पीटने लगे, फिर भाई बीच में आया’ माइकल कहते हैं- वो लगातार हमें ये शब्द बोलते गए, पहले हमने इग्नोर किया लेकिन वो माने नहीं। जब मैंने उनका पूछा की क्या दिक्कत है क्यों ये सब बोल रहे हो तो उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। एक लड़के ने मुझे कड़े से मारा। मारपीट होती देख तुरंत ऐंजल बीच बचाव करने पहुंचे, फिर उन्होंने मुझे छोड़ ऐंजल को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। मैंने काफी कोशिश की उन्हें रोकने की लेकिन हम दोनों ही घिर चुके थे वो लगातार हम दोनों को ही मार रहे थे। पेट में चाकू मारा, गर्दन पर कड़े मारे ऐंजल चकमा के मामा कहते हैं- जब शुरुआत में लड़के कमेंट कर रहे थे तो माइकल ने बाइक से उतर उनसे कहा था की हम भी इंडियन हैं हमें चाइनीज क्यों बोल रहे हो। लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। उस रात उन लड़कों ने दोनों को सिर्फ कड़ों से ही नहीं मारा बल्कि चाकू से भी ऐंजल के पेट में वार किया गया। वो लोग ऐंजल की गर्दन पर कडे से तब तक मारते रहे जब तक उसकी पूरी गर्दन फट नहीं गई। खून भी निकलता रहा लेकिन वो उसे बस पीटते ही रहे। गर्दन पर किए गए घातक वार के कारण ही जमा के सिर में खून जमा हो गया था। पहले लगा ठीक हो जाएगा लेकिन अचानक बंद हुई आवाज हमले के बाद ऐंजल और माइकल दोनों गंभीर हालत में ग्राफिक एरा अस्पताल पहुंचे। माइकल के सिर में हल्की चोट थी लेकिन ऐंजल को आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। कई हफ्तों तक जिंदगी और मौत से जूझता रहा। ऐंजल के मामा बताते हैं कि की बीच में हमें लगा की वो ठीक हो जाएगा। लेकिन 24 दिसंबर की उसकी आवाज एकदम बंद हो गई। पहले वो बात करता था। दर्द में मारे रोता था लेकिन 24 को उसकी आवाज तक निकलनी बंद हो गई और 26 सुबह करीब 4 बजे उसने दम तोड़ दिया। ————— ये खबर भी पढ़ें… उत्तराखंड में चाइनीज बताकर त्रिपुरा के छात्र की हत्या मामला: मौत के चौथे दिन CM धामी ने छात्र के पिता से बात की, ₹4 लाख का चेक भेजा देहरादून में पढ़ाई कर रहे त्रिपुरा के छात्र ऐंजल चकमा की हत्या के मामले में अब उत्तराखंड सरकार पूरी तरह एक्टिव मोड में आ गई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार सुबह ऐंजल चकमा के पिता तरुण प्रसाद चकमा से फोन पर बात कर घटना पर गहरा दुख जताया और न्याय का भरोसा दिलाया। (यहां पढ़े पूरी खबर)
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