शेखपुरा जिले के लहना पंचायत के भिखनी गांव में प्याज की फसल को पाले से भारी नुकसान हुआ है। ठंड के कारण खेतों में लगी प्याज की गाछी झुलसने लगी है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है और आने वाले समय में उत्पादन घटने की आशंका जताई जा रही है। ठंड और पाले की मार से प्याज के पौधों की बढ़वार रुक गई है। कई स्थानों पर फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। सुबह के समय ठंड और कोहरे के कारण पाला जमने से फसलों को अधिक नुकसान हो रहा है। लहना पंचायत के किसान नागो महतो ने सोमवार शाम जानकारी देते हुए बताया कि पाले के कारण प्याज के पौधों पर प्रतिकूल असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि किसान फसल बचाने के लिए खेतों में पटवन कर रहे हैं और कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर दवा का छिड़काव करने की तैयारी में हैं। किसानों का मानना है कि पटवन से खेत का तापमान संतुलित रहेगा, जिससे पाले का प्रभाव कुछ हद तक कम हो सकेगा। ग्रामीण किसानों का कहना है कि प्याज की खेती में पहले ही लागत अधिक लग चुकी है। यदि फसल खराब होती है, तो उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। किसानों ने कृषि विभाग से पाले से बचाव के लिए आवश्यक तकनीकी जानकारी और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है। वहीं, कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर सिंचाई, हल्की गुड़ाई और अनुशंसित दवाओं के छिड़काव से नुकसान को कम किया जा सकता है।
https://ift.tt/UyqjEO5
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply