पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सिद्धू दंपती यानी नवजोत सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के चैप्टर को क्लोज बताया। सोमवार को लुधियाना में सांसद राजा वड़िंग से पूछा गया कि नवजोत कौर सिद्धू कह रही हैं कि नवजोत सिद्धू को CM बनाएंगे तो वह एक्टिव पॉलिटिक्स में आएंगे और दूसरी तरफ वह BJP नेताओं से भी मिल रही हैं। इसके जवाब में राजा वड़िंग ने कहा- कोई किसी को भी मिल सकता है, किसी से रोक थोड़े ही है। इस बारे में अब बार-बार चर्चा नहीं करनी, जो काम बंद हो चुका है, खत्म हो चुका है, उसकी बार-बार बात नहीं करूंगा। राजा वड़िंग के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है कि क्या कांग्रेस पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी को तरजीह देनी बंद कर दी है। इसी वजह से नवजोत कौर अचानक भाजपा नेताओं से मिलकर उनकी तारीफ भी कर रही हैं। सिद्धू प्रियंका से नहीं मिल पाए, पत्नी BJP से नजदीकी बढ़ा रही
500 करोड़ रुपए में सीएम की कुर्सी वाले बयान के बाद से नवजोत कौर सिद्धू कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर हमले करती रहीं। इसके बाद प्रधान राजा वड़िंग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। यह भी चर्चा है कि नवजोत सिद्धू की हाईकमान से मुलाकात नहीं हो रही। वह पत्नी के बयानों के विवाद के बाद दिल्ली भी गए थे। सिद्धू प्रियंका गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अभी उनकी मीटिंग नहीं हो पाई। जिस वक्त सिद्धू उनसे मिलने गए, लोकसभा का सेशन चल रहा था। हालांकि नवजोत कौर सिद्धू ने स्पष्ट किया था कि न तो वह कांग्रेस हाईकमान से मिलने गईं और न ही उन्हें बुलाया गया। सिद्धू दंपती का कांग्रेस में विवाद से जुड़ा पूरा मामला जानिए
यह मामला 2021 में शुरू हुआ था। जब कांग्रेस ने नवजोत सिद्धू की लॉबिंग के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को CM की कुर्सी से हटा दिया। नया मुख्यमंत्री बनाने की बारी आई तो पहले सुनील जाखड़ का नाम आया। कांग्रेस हाईकमान भी इसमें सहमत था। हालांकि तब चर्चा चली कि पंजाब सिख स्टेट है और यहां किसी हिंदू को मुख्यमंत्री बनाना ठीक नहीं। इसके बाद जाखड़ का पत्ता कट गया। इसके बाद सुखजिंदर रंधावा का नाम फाइनल हो गया। उनके घर लड्डू बंट गए और ढोल भी बज गए। जाखड़ तक सिद्धू चुप थे लेकिन रंधावा का नाम सामने आते ही नवजोत सिद्धू अड़ गए कि अगर किसी जट्ट सिख को बनाना है तो फिर मुझे मुख्यमंत्री बनाया जाए अन्यथा किसी दलित चेहरे को बना दें। इसके बाद अचानक चरणजीत चन्नी का नाम सामने आया और वे मुख्यमंत्री बना दिए गए। इसके बाद सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस प्रधान होने के बावजूद 2022 के चुनाव में प्रचार नहीं किया। सिद्धू का कहना था कि चन्नी सीएम चेहरा हैं तो वही सीटें जिताएं। मगर, कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। सिद्धू भी अमृतसर ईस्ट से चुनाव हार गए। इसके बाद सिद्धू ने एक्टिव पॉलिटिक्स से दूरी बना ली और टीवी व क्रिकेट में बिजी हो गए। कुछ दिन पहले उनकी पत्नी नवजोत कौर चंडीगढ़ में गवर्नर से मिली, जहां सिद्धू को सीएम बनाने की बात आई तो उन्होंने कहा कि हमारे पास सीएम बनने के लिए 500 करोड़ की अटैची नहीं है। अगर कांग्रेस उन्हें सीएम चेहरा बनाए तो ही वह एक्टिव होंगे। इसके बाद कांग्रेस पर आरोप लगे कि वहां सीएम बनाने के लिए 500 करोड़ लेते हैं। नवजोत कौर यहीं नहीं रुकी, उन्होंने वड़िंग और रंधावा पर भी टिकट बेचने के आरोप लगा दिए। इसके बाद नवजोत कौर सिद्धू को सस्पेंड कर दिया गया। रंधावा पर बोले- पार्टी फैसले लेती है किसे CM बनाना किसे नहीं
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें सुनील जाखड़, मनप्रीत बादल व नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम बनने नहीं दिया। जिस पर पार्टी अध्यक्ष राजा वड़िंग ने कहा कि किसे सीएम बनाना है, यह फैसला तो पार्टी लेती है। पार्टी सोच समझकर, सूझवान तरीके व बिना दबाव के फैसले लेती है। उन्होंने कहा कि सुखजिंदर सिंह रंधावा पार्टी के बहुत सीनियर लीडर हैं। उनका इस मामले में क्या एक्सपीरियंस है, वो वही बता सकते हैं। उन्होंने जो बयान दिया है, उस पर भी वो ही टिप्पणी दे सकते हैं। मेरा तो पार्टी के साथ शानदार एक्सपीरियंस है। आशू को लेकर कहा- प्रधान के खिलाफ बोलने वाला विरोधी होता है
राजा वड़िंग ने पूर्व कांग्रेसी मंत्री भारत भूषण आशू का नाम लिए बिना उन पर जमकर निशाना साधा। आशू ने हाल ही में बयान दिया था कि पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं के लिए लड़ना भूल गए। इस पर वड़िंग ने कहा कि ऐसी बातें विरोधी करते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी प्रधान के विरोध में बोलता है वो विरोधी ही होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपना साम्राज्य समझकर बैठे थे और अब उन्हें साम्राज्य हिलता हुआ दिख रहा है। आगे कहा कि वो अपने कार्यकर्ताओं के लिए लड़ते हैं, इसीलिए इस जगह पर हैं। जो नहीं लड़ते हैं उन्हें लोगों ने घर बैठा दिया। इससे पहले राजा वड़िंग ने आशु के सवाल पर यहां तक कह दिया था कि वो ऐरे गैरों, जिनका कोई लेवल नहीं होता, उनके बयान पर प्रतिक्रिया नहीं देते।
https://ift.tt/LequWxT
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply