नए साल पर पटना जू में दर्शकों की काफी भीड़ देखने को मिलती है। इसे लेकर खास तैयारी की जा रही है। टिकट के दाम में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन, दिव्यांगों की फ्री एंट्री होगी। तापमान घटने के साथ ही वन्यजीवों के बचाव के लिए भी पटना जू में विशेष इंतजाम किए गए हैं। ठंड के कारण जानवरों को दिए जाने वाले मांस की डिमांड बढ़ी है। बाघ को करीब 70 किलो मांस खाने में दिया जा रहा है, जो आम दिनों में 50 किलो ही रहता है। अभी पटना जू में 7 बाघ हैं, जिसमें 4 मेल और 3 फीमेल है। वहीं, सिर्फ एक शेर है- जो 10 किलो मांस खा रहा है। हाथी की सरसों के तेल से मालिश हो रही है। पटना जू में जानवरों के लिए लगाए गए 25 से ज्यादा हीटर शीतलहर से बचाने के लिए पटना जू में जानवरों के लिए 25 से ज्यादा हीटर लगाए गए हैं। नाइट हाउस में शेर और बाघ के बैठने के लिए लकड़ी के प्लेटफार्म बनाए गए हैं, ताकि वह ठंडे फर्श पर ना बैठे। शेर और बाघ के बाड़े में खासकर हीटर लगाया गया है। दिन के समय ये धूप में आराम करते हैं, लेकिन रात की ठंड में इनका सहारा हीटर बन रहे हैं। शरीर को गर्म रखने के लिए अंडा भी दिया जाता है। शेर और बाघ सिर्फ एक बार ही शाम 4 बजे खाना खाते हैं। हाथी को मिल रही सरसों तेल की मालिश शीतलहर के दौरान हाथी के पूरे शरीर को नियमित अंतराल पर सरसों तेल की मालिश की जा रही है। आहार में गन्ना, सोयाबिन, मौसमी फल और धान उबाल कर दिया जा रहा है। चिंपांजी को च्यवनप्राश, शहद, गुड़ की खीर, आंवला का मुरब्बा और मौसमी फल दिए जा रहे है। भालू को आहार में शहद, अंडा, गुड़ की खीर, गन्ना दिए जा रहे है। बंदर, लंगूर, चिंपांजी, हूलॉक गिब्बन, लॉयन टेल मकाक को कंबल दिए गए हैं। जानवरों को पीने और नहाने के लिए दिया जा रहा गर्म पानी सभी वन्यजीवों के नाइट हाउस की खिड़की और वेंटिलेशन की खुली जगह पुआल और बांस की चचरी से बंद किए गए हैं, ताकि ठंडी हवा अंदर ना जा सके। पक्षियों के इंक्लोजर में शीतलहर से बचने के लिए प्लास्टिक शीट्स और एगरोनेट से घेराव किए गए है। ताकि आवश्यक लाइट और वेंटिलेशन बना रहे। वन्यजीवों पर 24 घंटे लगातार निगरानी रखी जा रही है। पटना जू में जानवरों के पीने और नहाने के लिए जू प्रबंधन की ओर से गर्म पानी का खास तौर पर इंतजाम किया गया है। उन्हें हल्का गर्म पानी पीने के लिए दिया जाता है। इसके साथ ही उस पानी में नमक मिलाया जा रहा है। मांसाहारी वन्यजीवों के आहार में बढ़ोतरी पटना जू रेंजर अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि ‘ठंड में जानवरों के खाने का विशेष ध्यान रखा जाता है। जू यह ख्याल रखता है कि खाना बर्बाद हो जाए, लेकिन कम ना हो, क्योंकि भूखा रहने से जानवरों को ज्यादा ठंड लगती है। सर्दी के मौसम में मांसाहारी जानवरों को दिए जाने वाला मांस 1-2 किलो बढ़ जाते हैं। मेल बाघ ज्यादा मांस खाता है, तो वहीं फीमेल बाघ कम मांस खाती है। जानवरों के मांस का खुराक उनके कैपेसिटी पर निर्भर करता है।’ सांप के केज में लगाए गए हाई वोल्टेज बल्ब सांप के केज में हाई वोल्टेज बल्ब लगाए गए हैं। अजगर, कोबरा, वाइपर, धामीन आदि वन्यजीवों के सेल में फर्श पर कंबल बिछाए गए है, जिस पर वह आराम फरमाते नजर आ रहे हैं। खुले मैदान में रहने वाले जानवर जैसे हिरण और जिराफ के लिए खुले मैदान में पुआल बिछाया गया है, ताकि वह ठंड में उसपर बैठ सके और साथ ही छोटे शावक को केयर टेकर की ओर से बोरे का खोल बनाकर पहनाया गया है। शाकाहारी जानवरों को तीन बार में खाना दिया जा रहा है। पहली बार में भूसा, दूसरी बार में दाना और फल, तीसरी बार में हरा चारा दिया जा रहा है। दर्शकों को भा रही जानवरों के लिए की गई व्यवस्था पटना जू घूमने आए मो. शौकत अली ने कहा कि ‘हमने पटना जू में अजगर, व्हाइट टाइगर, भालू सब देखा है। ठंड को लेकर उनके लिए काफी अच्छी व्यवस्था की गई है। उनका अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है। मैं जू प्रशासन और बिहार सरकार को धन्यवाद देता हूं। यहां आकर मुझे काफी अच्छा लगा।’ संजू कुमारी ने कहा कि ‘यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। ठंड से बचने के लिए जो हम इंसानों की जरूरत होती है, वह यहां जानवरों के लिए व्यवस्था की गई है। यह काफी अच्छी बात है। यहां इंतजाम भी काफी अच्छा है। पब्लिक को भी कोई दिक्कत नहीं हो रही है।’ पक्षियों को गर्माहट के लिए दिया जा रहा लहसुन पक्षियों के लिए भी खास व्यवस्था की गई है। उनके पिंजरे को किनारे से कपड़ों से घेरा गया है, ताकि हवा कम जाए। इसके साथ ही हर एक पक्षी के पिंजरे में मिट्टी और पुआल से एक छोटा सा नाइट हाउस बनाया है, ताकि वह उसमें आराम कर सके। पक्षियों को खासकर शुतुरमुर्ग, इमु को गर्माहट के लिए लहसुन दिया जाता है। पक्षियों को एक ही बार खाना दिया जाता है, जिसमें फल के अलावा मूंग, चना, लहसुन, पालक, गाजर, रोटी दिया जा रहा है। वहीं, मोर को खाने में अंडा दिया जा रहा है। 1 जनवरी को मॉर्निंग वॉक, बोटिंग, बैटरी गाड़ी बंद रहेगी नए साल को लेकर पटना जू प्रशासन ने तैयारी कर ली है। भीड़ से निपटने के लिए एक्स्ट्रा 10 काउंटर लगाए जाएंगे। गेट नं- 1 के पास 8 एक्स्ट्रा काउंटर और गेट नं- 2 के पास 2 एक्स्ट्रा काउंटर बढ़ाए जाएंगे, ताकि लोगों को लंबी लाइनों में लगकर इंतजार ना करना पड़े। अभी वर्तमान में दोनों गेट मिलाकर 6 काउंटर से टिकट काटे जा रहे हैं। 1 जनवरी को पास से एंट्री नहीं मिलेगी। दर्शकों को टिकट दिखाकर ही अंदर प्रवेश लेना होगा। मॉर्निंग वॉक, बोटिंग, बैटरी गाड़ी, मछली घर, निशाचर घर और 3डी थिएटर पूरी तरह से बंद रहेगा। लोग सुबह 7:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक प्रवेश कर सकते हैं। नए साल पर महंगा रहेगा पटना जू का टिकट 1 जनवरी के दिन पटना जू घूमने आने वाले लोगों के लिए टिकट के प्राइस में बढ़ोतरी की गई है। पटना जू में व्यस्क को 50 रुपए की जगह 150 रुपए और 5 से 12 साल तक के बच्चे को 20 रुपए की जगह 60 रुपए शुल्क लगेगा। यह बढ़े हुए दाम सिर्फ 1 जनवरी को ही लागू होंगे। पटना जू के डायरेक्टर हेमंत पाटिल ने कहा कि एडवांस टिकट बुकिंग से लोगों को आसानी होगी और चिड़ियाघर में प्रवेश प्रक्रिया तेज होगी। भीड़ का दबाव कम करने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रवेश द्वारों पर अतिरिक्त स्टाफ तैनात रहेंगे।
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