विधानसभा चुनाव के दौरान मोकामा के टाल क्षेत्र में प्रचार के अंतिम दौर में हुई राजनीतिक हिंसा और पथराव के मामले में भदौर पुलिस ने दो माह बाद बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 30 अक्टूबर को अनंत सिंह के काफिले पर हुए जानलेवा हमले से जुड़े मामले (भदौर थाना कांड संख्या 111/25) में फरार चल रहे तीन नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में घोसवरी थाना क्षेत्र के चकदह गांव निवासी लखन महतो भदौर थाना क्षेत्र के पोखरपर गांव निवासी अजय महतो और हरिहरपुर निवासी राम ईश्वर महतो हैं। विदित हो कि 30 अक्टूबर, 2025 को चुनाव प्रचार के दौरान तारतर गांव के पास अस्ताबाद खंदा में जदयू और जन सुराज के समर्थकों के बीच खूनी भिड़ंत हुई थी। जिसमें मोकामा के तारतर निवासी दुलारचंद यादव की हत्या हो गई थी। इसके बाद चुनाव से महज तीन चार दिन पहले अनंत सिंह की गिरफ्तारी भी पटना पुलिस ने किया था। अनंत सिंह फिलहाल जेल में बंद हैं। इस संबंध में हरनौत निवासी जितेंद्र कुमार और दूसरे पक्ष से नीरज के बयान पर केस दर्ज किया गया था। जितेंद्र ने अपनी प्राथमिकी में बताया था कि वह जब जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के साथ प्रचार कर लौट रहा था, तभी जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थकों ने लाठी-डंडे, लोहे की रॉड और हथियारों से लैस होकर उनके काफिले पर हमला कर दिया था। इस हमले में गाड़ियों के शीशे तोड़े गए थे और कई लोग जख्मी हुए थे। इसी मामले में लखन महतो, अजय महतो और राम ईश्वर महतो को नामजद किया गया था। जिन्हें पुलिस ने अब गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरे पक्ष के नीरज कुमार ने अपनी एफआईआर में आरोप लगाया था कि उसी वक्त अनंत सिंह और उनके सहयोगियों ने उसके दादा दुलारचंद यादव की गोली मारकर और गाड़ी चढ़ाकर हत्या कर दी थी। उस दिन की हिंसा में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे।
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