मिर्जापुर पुलिस लाइन परिसर में सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष का अनावरण किया गया। संयुक्त निदेशक अभियोजन गजराज मिश्रा ने इसका उद्घाटन किया, इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा भी मौजूद रहे। इस नवस्थापित कक्ष में प्रशिक्षित और दक्ष कर्मचारियों को तैनात किया गया है। यह कक्ष ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थित न्यायालयों से जोड़ा जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य लंबित मुकदमों में साक्ष्य परीक्षण की कार्यवाही को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराना है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बनाया जा सके। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष के माध्यम से न्यायालयों में साक्ष्य परीक्षण की संख्या में वृद्धि होगी। इससे अभियोजन पक्ष को मजबूती मिलेगी और अभियुक्तों को अधिक से अधिक मामलों में दंड दिलाने में सहायता मिलेगी। इसके अतिरिक्त, गवाहों, अधिकारियों और कर्मचारियों को साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए एक जनपद से दूसरे जनपद तक आने-जाने में लगने वाले समय और खर्च की भी बचत होगी। पुलिस प्रशासन का मानना है कि डिजिटल तकनीक के उपयोग से न्यायिक कार्यवाहियों को गति मिलेगी। इससे लंबित मामलों के निस्तारण में तेजी आएगी और आमजन को भी शीघ्र न्याय मिलने में सहूलियत होगी। यह नई व्यवस्था पुलिस और अभियोजन के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में भी सहायक सिद्ध होगी। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर नितेश सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर विवेक जावला, क्षेत्राधिकारी लाइन और प्रतिसार निरीक्षक सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
https://ift.tt/bwF0pZP
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply