UP बोर्ड ( उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद) ने वर्ष 2026 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची अंतिम रूप से जारी कर दी है। परिषद की परीक्षा केंद्र निर्धारण समिति की बैठक 24 दिसंबर 2025 को आयोजित हुई थी, जिसमें समिति के अनुमोदन के बाद प्रदेश भर में कुल 8033 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में यह परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परिषद के सचिव भगवती सिंह की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि सभी केंद्रों का चयन निर्धारित मानकों और नियमों के अनुरूप किया गया है। परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए केंद्रों की भौतिक सत्यापन प्रक्रिया पूरी की गई थी, जिसके बाद अंतिम सूची को स्वीकृति दी गई। परिषद की वेबसाइट पर सार्वजनिक की गई सूची
अंतिम रूप से निर्धारित परीक्षा केंद्रों की सूची परिषद की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर अपलोड कर दी गई है। इसके साथ ही परिषद के एक्स (X) हैंडल @upboardpryj और फेसबुक अकाउंट madhyamik shiksha parishad पर भी सूची सार्वजनिक की गई है। छात्र, अभिभावक और विद्यालय प्रबंधन इन माध्यमों से अपने-अपने परीक्षा केंद्रों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। परिषद के सचिव के अनुसार, परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि नकलविहीन और शांतिपूर्ण परीक्षा कराई जा सके। 18 फरवरी से शुरू होगी परीक्षा
UP बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं 18 फरवरी से 12 मार्च के बीच आयोजित होगी। यूपी बोर्ड की 2026 की परीक्षा में 52,30,297 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। हाईस्कूल में 27 लाख 50 हजार 945 और इंटरमीडिएट में 24 लाख 79 हजार 352 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। जबकि यूपी बोर्ड की 2025 की परीक्षा में 5438597 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। हाईस्कूल में 2740151 और इंटरमीडिएट में 2698 446 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। 2025 में कुल 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस लिहाज से परीक्षार्थियों की संख्या लगभग दो लाख घटी है जिससे प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों की संख्या भी 209 तक कम हुई है। 254 दागी विद्यालय बोर्ड परीक्षा की सूची से बाहर
UP बोर्ड की पिछली परीक्षाओं में जिन विद्यालयों में नकल कराने का मामला सामने आया था, उन्हें बोर्ड की ओर से डिबार करते हुए इस परीक्षा में शामिल नहीं किया गया है। प्रदेश भर में ऐसे 254 केंद्रों की सूची तैयार की गई है। बता दें कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह की ओर से बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा को लेकर पूरी तरह से पारदर्शिता लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस परीक्षा में किसी भी स्तर पर सेंधमारी या नकल न होने पाए इसके लिए सख्ती बरती जा रही है। यही कारण है जिन विद्यालयों को डिबार किया गया है उन्हें बोर्ड ने अपना परीक्षा केंद्र न बनाने का निर्णय लिया है।
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