प्रयागराज के मऊआइमा थाना क्षेत्र में जमीन हड़पने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पड़ोसियों ने एक मृत व्यक्ति को जीवित दिखाकर उसकी करोड़ों रुपये की संपत्ति अपने नाम वसीयत करा ली। इस घटना के उजागर होने के बाद राजस्व और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। ग्राम बसदेया (बरईपुर) निवासी मीना कुमारी, जो स्वर्गीय राम अभिलाष की पुत्री हैं, ने आरोप लगाया है कि उनके पिता राम अभिलाष की वर्ष 2023 में स्वाभाविक मृत्यु हो चुकी थी। पिता के निधन के बाद जब वह उनके क्रिया-कर्म में व्यस्त थीं, तभी उनके पड़ोसी और चचेरे भाई धर्मेंद्र कुमार पुत्र जगन्नाथ पटेल ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए। धर्मेंद्र कुमार ने राम अभिलाष को जीवित दर्शाते हुए तहसील सोरांव में रजिस्ट्रार के समक्ष छह बीघा जमीन की वसीयत अपने नाम करा ली। इस जमीन की बाजार कीमत लगभग एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है। जानकारी के अनुसार, राम अभिलाष और जगन्नाथ पटेल सगे भाई थे। राम अभिलाष की केवल एक बेटी मीना कुमारी हैं, जबकि जगन्नाथ के चार बेटे हैं। मीना कुमारी शादी के बाद भी अपने पति के साथ पिता के घर पर ही रहती थीं। फर्जी वसीयत की जानकारी होने पर मीना कुमारी ने तहसील और संबंधित अधिकारियों से शिकायत की। मामले की जांच खंड विकास अधिकारी मऊआइमा ने ग्राम विकास अधिकारी जिया कुशवाहा को सौंपी। जांच में पाया गया कि राम अभिलाष का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर यह फर्जी रजिस्टर्ड वसीयत कराई गई थी। आरोपों की पुष्टि होने के बाद, जांच रिपोर्ट के आधार पर मऊआइमा थाने में धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस फिलहाल मामले की गहन जांच में जुटी है और फर्जी वसीयत के जरिए संपत्ति हड़पने की पूरी साजिश की परतों को खोलने का प्रयास कर रही है। एसीपी फूलपुर विवेक यादव ने बताया कि करोड़ों की कीमती जमीन की फर्जी वसीयत का मामला सामने आया है। संबंधित ग्राम सभा के सचिव की जांच रिपोर्ट के बाद आरोपी के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है।
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