अगर पुलिस की नजर तेज हो, तो अपराध का रौब खुद ही उतर जाता है। कुरावली में देर रात कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब इंस्पेक्टर ललित भाटी की सतर्क पुलिसिंग ने पुलिस की पहचान की आड़ में रौब गांठने वालों की पोल खोल दी। घटना रात करीब 1:30 बजे की है। थाना प्रभारी ललित भाटी क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए गश्त पर निकले थे। इसी दौरान जीटी रोड हाईवे बाईपास पर एक प्राइवेट कार संदिग्ध नजर आई। कार पर लाल-नीली बत्ती, पुलिस का हूटर और आगे “उत्तर प्रदेश सरकार” लिखा बोर्ड लगा था। शक गहराया तो पुलिस ने वाहन को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने पुलिस को देखते ही रफ्तार बढ़ा दी। बिना वक्त गंवाए इंस्पेक्टर ललित भाटी ने पीछा किया और कुछ दूरी के बाद कार को रुकवा लिया। कार सवार पहले बाहर आने से बचते रहे, लेकिन सख्ती के बाद तीनों युवकों को बाहर निकलना पड़ा। तलाशी में कोई आपत्तिजनक सामान तो नहीं मिला, लेकिन सच्चाई तब सामने आई जब पता चला कि तीनों युवक शराब के नशे में थे और पुलिस की फर्जी पहचान के सहारे इलाके में अपना दबदबा दिखाना चाहते थे। कार में सवार युवकों की पहचान विजय पुत्र अनार सिंह, प्रियांशु पुत्र भरत सिंह (निवासी जगन्नाथपुर, जिला एटा) और एक अन्य युवक (बेवर थाना क्षेत्र, मैनपुरी निवासी) के रूप में हुई। पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि उन्होंने सिर्फ रौब जमाने के लिए हूटर, लाल-नीली बत्ती और सरकारी बोर्ड लगाया था। इंस्पेक्टर ललित भाटी ने बताया कि ऐसे मामलों में पुलिस को बेहद सतर्क रहना पड़ता है, क्योंकि पुलिस की पहचान का दुरुपयोग कर कई बार गंभीर अपराध किए जाते हैं। युवकों के परिजनों को सूचना दी गई। और तीनों युवकों को सख्त हिदायत दी गई और नियमानुसार आगे की कार्रवाई की गई। इस पूरी कार्रवाई के बाद क्षेत्र में कुरावली पुलिस की सक्रियता और इंस्पेक्टर ललित भाटी की तेज पुलिसिंग की सराहना हो रही है।
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