सर्दी में ब्लड प्रेशर बेकाबू हो रहा है। हार्ट के मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मरीज घबराहट, सीने में भारीपन और दर्द जैसे लक्षणों के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टर जांच के बाद मरीजों की दवाओं में सुधार कर रहे हैं। काफी मरीजों को ब्लड प्रेशर की दवा बढ़ाने की सलाह दी जा रही है। केजीएमयू व लोहिया संस्थान के कॉर्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में दिल के मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है। रोज पहुंच रहे इतने मरीज इमरजेंसी में भी हार्ट अटैक व हार्ट फेल के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो गई है। लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या 400 के पास पहुंच गई है। लोहिया के कॉर्डियोलॉजी विभाग में 300 से अधिक मरीज रोज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इस वजह से बढ़ती है परेशानी लोहिया में कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि सर्दियों में दिल को खून पहुंचाने वाली नसों में सिकुड़न बढ़ जाती है। जिससे ब्लड प्रेशर बेकाबू हो सकता है। दिल पर दबाव बढ़ता है, जिससे ऑक्सीजन की मांग में भी इजाफा होता है। जो दिल के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। जिससे हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ सकता है। इंफेक्शन का ज्यादा खतरा लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग के डॉ.ऋषि सेठी ने बताया सर्दियों में फ्लू और सांस के संक्रमण का खतरा होता है, जिससे बुखार आने पर दिल की धड़कन तेज हो जाती है। ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ जाती है जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि ओपीडी में 20 से 30 मरीजों की ब्लड प्रेशर व दूसरी दवाओं की डोज बढ़ाने की जरूरत पड़ रही है।
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