सोमवार को मेरी बेटी अनजाने में अपना मोबाइल लेकर स्कूल गई थी। टीचर ने सभी बच्चों के सामने उसे खूब फटकारा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। स्कूल मैनेजमेंट ने मुझे भी फोन करके स्कूल बुलाया। कैंपस में सबके सामने मुझे और बेटी को खूब जलील किया। हमने अपनी गलती भी मानी थी, लेकिन उसके बाद भी स्कूल प्रशासन भद्दी-भद्दी बातें बोल रहा था। ये कहना है ग्रेटर नोएडा में 22 दिसंबर को 8वीं मंजिल से कूदकर जान देने वाली छात्रा के पिता का। उन्होंने बेटी की मौत का जिम्मेदार स्कूल को ठहराया। कहा- मैं बेटी को स्कूल से घर ले आया। घर आने के बाद से ही बेटी गुमसुम थी। बिना कुछ बोले ही अपने कमरे में चली गई थी। इस मामले से वो इतना दुखी हो गई थी कि उसने पूरा दिन हमसे कुछ नहीं बोला। रात में अपने कमरे में खाना खाकर सोने चली गई। रात करीब 2.15 बजे उसकी मां ने उसे बिल्डिंग से कूदते हुए देखा। पढ़िए पूरी बातचीत… पहले देखिए 3 तस्वीरें… विस्तार से पढ़िए पूरा मामला… छात्रा का नाम कनिष्का सोलंकी था। 15 वर्षीय कनिष्का ग्रेटर नोएडा के गगन पब्लिक स्कूल में कक्षा 10वीं की छात्रा थी। इन दिनों स्कूल में हाफ ईयरली परीक्षाएं चल रही थीं। 22 दिसंबर, सोमवार को कनिष्का परीक्षा देने स्कूल गई थी। इस दौरान वह अपने साथ मोबाइल फोन लेकर गई थी। स्कूल में परीक्षा के दौरान एक टीचर ने कनिष्का के पास मोबाइल फोन देख लिया। इसके बाद टीचर ने उसे डांटा और परिजनों को स्कूल बुलाकर इसकी शिकायत की। स्कूल से घर लौटने के बाद कनिष्का काफी उदास थी। रात में उसने परिवार के साथ डिनर किया और बाद में अपनी मां से बातचीत कर सोने चली गई। रात करीब 2.15 बजे कनिष्का ने अपने फ्लैट की 8वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय कनिष्का की मां जाग रही थीं। उन्होंने कनिष्का को कूदते हुए देख लिया। जिसके बाद शोर मचाकर परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाया। कनिष्का के कूदते ही आसपास के सुरक्षा गार्ड और परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और परिजनों से पूछताछ की। शुरुआती जांच में कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ। उस समय पढ़ाई के दबाव और मानसिक तनाव को आत्महत्या की वजह माना गया था। हालांकि, इसके अगले दिन यानी 23 दिसंबर को कनिष्का के पिता ने थाने में शिकायत देकर पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। कनिष्का के पिता बोले- मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर मेरी बेटी ने की आत्महत्या कनिष्का सोलंकी के पिता रवि रंजन ने बताया- मेरी बेटी को स्कूल की तरफ से बहुत मानसिक प्रताड़ना दी गई। जिसके कारण मेरी बेटी ने आत्महत्या कर ली। स्कूल प्रशासन का कहना है कि मेरी बेटी मोबाइल फोन के जरिए AI की मदद से नकल कर रही थी, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। स्कूल प्रशासन अपनी तरफ से कोई भी आरोप लगा सकता है। जब मैं स्कूल गया था, तब मेरी बेटी के हाथ में मोबाइल जरूर था, लेकिन वह बंद (ऑफ) था। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने मेरे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया और मुझे जलील किया गया। मेरे सामने मुझसे कहा गया कि आप इस पर पैसा क्यों इन्वेस्ट कर रहे हो, यह पास ही नहीं हो सकती। रात में हम सभी ने साथ बैठकर खाना खाया और फिर सोने चले गए। मैं अपने कमरे में चला गया था, जबकि उसकी मां और कनिष्का जाग रही थीं। बाद में वह अपनी मां से बात करके कमरे में चली गई। इसके बाद रात करीब 2:20 बजे उसने आत्महत्या कर ली। स्कूल के खिलाफ तहरीर दिए हुए आज 4 दिन हो चुके हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस स्कूल प्रशासन के दबाव में काम कर रही है। मैं बस यही चाहता हूं कि मेरी बेटी को इंसाफ मिले। संबंधित टीचर्स की गिरफ्तारी हो और दोबारा किसी की बेटी के साथ ऐसा न हो। स्कूल अपना ग्रेड और नाम बनाए रखने के लिए कुछ भी कर सकता है। प्रधानाचार्य बोलीं- बच्ची का मानसिक उत्पीड़न नहीं किया गया
वहीं, गगन पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य पारुल सरदाना ने लगाए गए आरोपों को पूरी तरह गलत बताया है। उन्होंने कहा- स्कूल में किसी भी बच्चे का मानसिक उत्पीड़न नहीं किया जाता है। परीक्षा के दौरान छात्रा द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसे संबंधित टीचर ने देख लिया था। थाना प्रभारी बोले- स्कूल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए हैं।
बिसरख थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया- एक छात्रा की आत्महत्या के मामले में उसके परिजनों ने शिकायत दी थी। मामले की जांच के तहत पुलिस ने स्कूल जाकर पूछताछ और पड़ताल की। जांच में सामने आया कि छात्रा परीक्षा के दौरान स्कूल में मोबाइल फोन लेकर आई थी और नकल करते हुए पकड़ी गई थी। इसके अलावा स्कूल के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए हैं। प्रधानाचार्य समेत अन्य संबंधित लोगों से भी पूछताछ की गई है। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है। ————- ये भी पढ़ें- PCS अफसर के बेटा-बेटी, सास समेत 4 की मौत:कमरे में कोयला जलाकर सोए, वाराणसी से छुट्टियां मनाने छपरा गए थे वाराणसी के PCS अफसर के मासूम बेटे, बेटी, सास और साढ़ू के बच्चे की मौत हो गई। उनकी पत्नी, साले और साली की हालत गंभीर है। अफसर की पत्नी छुट्टियां मनाने बच्चों के साथ बिहार के छपरा गई थीं। परिवार शुक्रवार देर रात ठंड से बचने के लिए अंगीठी जलाकर सोया था। पढ़िए पूरी खबर…
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