अमरोहा में हाल ही में फास्ट फूड खाने से 11वीं कक्षा की छात्रा अहाना की मौत के बाद जिला प्रशासन सख्त हो गया है। जनपद के स्कूलों में खाद्य विभाग द्वारा बच्चों को फास्ट फूड के खतरों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया है। जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने शनिवार को बताया कि एक दुखद घटना संज्ञान में आई है, जिसमें एक छात्रा की फास्ट फूड से संबंधित समस्या सामने आई है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए पूरे समाज को एकजुट होना पड़ेगा, जिसमें बच्चे, उनके अभिभावक, शिक्षक और जिला प्रशासन सभी शामिल हों। डीएम ने खाद्य विभाग को सक्रिय कर लगातार दुकानों से नमूने लेने और उनकी जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाने की भी योजना है। अभियान के पहले चरण में, प्रशासन ने माध्यमिक और तकनीकी शिक्षा के वरिष्ठ छात्रों के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की। बैठक में प्रधानाचार्यों को बताया गया कि बड़ी कक्षाओं के छात्र अक्सर स्कूलों के बाहर लगी रेहड़ियों और दुकानों से फास्ट फूड खाते हैं, इसलिए उन्हें जागरूक करना आवश्यक है। बच्चों के माध्यम से उनके माता-पिता को भी इस बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) और जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) को भी निर्देशित किया गया है कि वे स्कूलों में होने वाली शिक्षक-अभिभावक बैठकों में इस विषय को गंभीरता से उठाएं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आने वाली पीढ़ी फास्ट फूड के नकारात्मक प्रभावों से प्रभावित न हो। इसी क्रम में, विकास भवन में स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए शुद्ध मसाले, घी, तेल और सब्जियों की बिक्री के लिए एक दुकान भी स्थापित की गई है। जिलाधिकारी ने आगे कहा कि जनपद में फास्ट फूड के प्रति जागरूकता अभियान लगातार चलाया जाएगा।
https://ift.tt/2RHWLNQ
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply