दादी को पोता चाहिए था, इसलिए पोती को मार डाला:4 महीने की बच्ची के मुंह में कपड़ा ठूंसा; पोटली में बांध कुएं में फेंकी लाश

नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा तहसील के ग्राम बेरखेड़ी में शुक्रवार (19 सितंबर) को हुई 4 महीने की बच्ची की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बच्ची की हत्या उसकी दादी मीनाबाई अशवारे ने की थी। पुलिस ने आरोपी दादी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक 27 मई को जन्मी इस बच्ची को लेकर दादी मीनाबाई खुश नहीं थी, क्योंकि उसे पोते की चाहत थी। घटना वाले दिन बच्ची कृतिका आंगन में झूले पर सो रही थी। मां मीरा घर के पीछे बर्तन धो रही थी। इसी दौरान मौका पाकर मीनाबाई ने बच्ची के मुंह में गमछा ठूंस दिया, जिससे उसकी सांसें थम गईं। बच्ची के मरने के बाद मीनाबाई ने शव को पोटली में बांधकर सूखे कुएं में फेंक दिया और बचने के लिए अपने बाड़े की सफाई करने लगी। देखिए 3 तस्वीरें… पोटली खोलने से रोका, कहा- गंदे कपड़े हैं
शुक्रवार को बच्ची के गायब होने के बाद पूरा गांव उसकी तलाश में जुट गया। खोजबीन के दौरान ग्राम कोटवार और बच्ची के दादा निर्भय सिंह ने कुएं में पोटली देखी थी। मीनाबाई ने यह कहकर उसे निकालने से रोक दिया था कि उसमें महावारी के गंदे कपड़े रखे हैं। बाद में पुलिस ने जब पोटली खोली तो उसमें बच्ची का शव मिला। 3 दिन तक कुएं में पड़ी रही शव की पोटली
बच्ची के पिता शुभम अशवारे ने बताया, ‘मैं काम पर गया हुआ था। तभी घर से सूचना मिली की बच्ची गायब हो गई है। उसके बाद हमने बहुत ढूंढा, पर वो नहीं मिली। जिस पोटली में लाश मिली वह तो 3 दिन से कुएं में पड़ी हुई थी। दादी को पोती नहीं पोते की चाह थी
सिवनी-मालवा थाना प्रभारी राजेश दुबे ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञ की सलाह पर दो डॉक्टरों की टीम ने जिला चिकित्सालय में पोस्टमॉर्टम किया। पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बच्ची के मुंह में 24 सेंटीमीटर लंबा और 10 सेंटीमीटर चौड़ा गमछे का टुकड़ा मिला, जिससे दम घुटने के कारण उसकी मौत हुई। टीआई राजेश दुबे ने बताया कि बच्ची की दादी पोती नहीं चाहती थी, उसे पोते की चाह थी। इसीलिए कृतिका उसे पसंद नहीं थी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो मीनाबाई ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 103 (1) के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

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Source: देश | दैनिक भास्कर