ललितपुर के चीराकोडर गांव में गुरुवार को एक तेंदुआ प्राथमिक विद्यालय में घुस गया। यह तेंदुआ 14 घंटे बाद रात के अंधेरे में जंगल की ओर भाग निकला। तेंदुए के भय से शुक्रवार को विद्यालय बंद रहा और ग्रामीण दहशत में रहे। किसान खेतों पर फसल की रखवाली के लिए नहीं गए। यह घटना गुरुवार, 25 दिसंबर की है, जब बिरधा विकास खंड की ग्राम पंचायत चीराकोडर के प्राथमिक विद्यालय में ग्रामीणों ने तेंदुए को देखा। तेंदुआ ग्रामीण कैलाश यादव पर हमला कर स्कूल की बाउंड्रीवॉल फांदकर पास के बांस के झुंड में चढ़ गया था। सूचना मिलने पर डीएफओ गौतम सिंह के नेतृत्व में 25 वन कर्मियों की टीम पिंजरे और जाल के साथ मौके पर पहुंची। बांस के घने झुंड में फंसे तेंदुए को पकड़ना मुश्किल हो गया। उसे भगाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार भी की गई, लेकिन वह नहीं भागा। ड्रोन कैमरे से भी उसकी निगरानी की गई, पर वह दिखाई नहीं दिया। शुक्रवार को भी गांव में दहशत का माहौल रहा, जिसके चलते प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि वे तेंदुए के डर से खेतों पर नहीं जा रहे हैं। ग्रामीणों की आशंका थी कि विद्यालय परिसर में झाड़ियां होने के कारण तेंदुआ वापस आ सकता है, जिसके बाद शुक्रवार को ग्राम प्रधान ने झाड़ियों को कटवा दिया। वन विभाग की टीम स्कूल और बांस के पेड़ों के पास लगातार गश्त कर रही है। ग्रामीण भी सुरक्षा के लिए झुंड में ही आवाजाही कर रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने भी तेंदुए के कारण स्कूल बंद होने की पुष्टि की। इस बीच, तेंदुए को पाली क्षेत्र में भी देखे जाने की खबर है, जिससे वहां भी वन विभाग की एक टीम जांच के लिए पहुंची है।
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