सीतापुर में जिलाधिकारी राजागणपति आर ने शुक्रवार को सीएचसी तंबौर का आकस्मिक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और अव्यवस्थाओं पर सख्त कार्रवाई की। निरीक्षण के दौरान जहां रेडियोलॉजिस्ट का स्थानांतरण किया गया, वहीं मुख्य फार्मासिस्ट और एक स्टाफ नर्स के विरुद्ध वेतन कटौती सहित अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनसामान्य को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण की शुरुआत में यह तथ्य सामने आया कि सीएचसी तंबौर में रेडियोलॉजिस्ट डॉ पवन कुमार की तैनाती के बावजूद अल्ट्रासाउंड अथवा अन्य आवश्यक मशीनें उपलब्ध नहीं थीं, जिससे मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा था। इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल डॉ पवन कुमार के स्थानांतरण के आदेश जारी कर दिए। इसके साथ ही प्रसव सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से सभी स्टाफ नर्सों को लेबर रूम में एपिजियोटोमी संबंधी प्रशिक्षण प्राप्त करने के निर्देश दिए गए। पीएमसी वार्ड के निरीक्षण में रोगियों के लिए निर्धारित आहार मेन्यू दीवार पर प्रदर्शित न पाए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और भोजन मेन्यू को स्पष्ट रूप से प्रिंट कराकर चस्पा कराने के निर्देश दिए। एनबीएसयू से संबंधित प्रोटोकॉल को भी अस्पताल परिसर के बाहर प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित करने को कहा गया। अभिलेखीय जांच में जन्म पंजीकरण आईडी और सीआरएस नंबर दर्ज करने में लापरवाही मिलने पर संबंधित रजिस्टरों को अद्यतन रखने के निर्देश दिए गए। स्टोर रूम निरीक्षण में औषधियों के रख-रखाव, नियर एक्सपायरी दवाओं के पृथक्करण और स्टॉक संधारण में गंभीर कमियां पाई गईं। इस पर मुख्य फार्मासिस्ट अखिलेश कुमार सोलंकी के विरुद्ध एक प्रतिकूल प्रविष्टि अंकित करने और एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया गया। वार्ड/वार रूम में अनियमितताओं के कारण स्टाफ नर्स श्वेता गुप्ता के विरुद्ध 15 दिवस का वेतन काटते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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